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जयपुरः जिला प्रशासन ने बनाई राशन सामग्री सप्लाई की माकूल व्यवस्था, एक महीने से नहीं आई कोई शिकायत

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में जयपुर शहर में लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन बड़ी कुशलतापूर्वक काम करने में लगा हुआ है. उसी का नतीजा रहा कि पिछले 1 महीने में कंट्रोल रूम में खाद्य सामग्री सप्लाई को लेकर एक भी शिकायत नहीं आई है. जिसे जिला प्रशासन की एक बड़ी कामयाबी के तौर पर भी देखा जा सकता है.

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Published : May 2, 2020, 4:05 PM IST

Updated : May 24, 2020, 11:37 PM IST

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जयपुर प्रशासन ने राशन सामग्री सप्लाई की बनाई माकूल व्यवस्था

जयपुर.कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में जयपुर शहर में लोगों तक खाद्य सामग्री सप्लाई पहुंचाना एक चुनौती बन गया था. लोगों के घरों तक दूध, सब्जी और किराना का सामान पहुंचाने में जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. लेकिन उसी का नतीजा रहा कि पिछले 1 महीने में कंट्रोल रूम में खाद्य सामग्री सप्लाई को लेकर एक भी शिकायत नहीं आई.

कर्फ्यू ग्रस्त और अधिक संक्रमण इलाकों में विशेष व्यवस्था

अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि, परकोटे में हमने दो स्तर पर सप्लाई चेन शुरू की है, एक उस इलाके में जहां कर्फ्यू लगा हुआ है और दूसरा रामगंज का वो क्षेत्र जहां पॉजिटिव मरीज ज्यादा मिले हैं. हमने रामगंज के उस इलाके में 13 जोन बनाए, जहां कोरोना का संक्रमण का ज्यादा खतरा हुआ. इन सभी जोनों मी अलग से दूध, फल और सब्जी की सप्लाई शुरू कराई. इसके अलावा परकोटा में 102 डेयरी होम डिलीवरी के लिए चिन्हित की गई. इस तरह की व्यवस्था से लोगों को अपने इलाके से बाहर आने की जरूरत नहीं पड़ी और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया गया.

पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि, परकोटे सहित रेड जोन में रामगंज इलाके में सब्जी की सप्लाई भी अच्छी तरीके से की जा रही है. जिसके लिए मुहाना मंडी में सप्लाई पर निगरानी रखने के लिए एक आरएएस अधिकारी की नियुक्ति की गई. मुहाना मंडी सचिव की तरफ से भी रोज जिला प्रशासन को सब्जी, फल की रेट लिस्ट भेजी जाती है़. इसी रेट लिस्ट के आधार पर ये आकलन किया जाता है कि, किसी जगह पर इससे ज्यादा तो वसूली नहीं की जा रही. यदि ऐसा सामने आता है तो उस पर कार्रवाई भी की जाती है.

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कालाबजारी रोकने के लिए जारी किए वाट्सएप नंबर

पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि, कालाबाजारी और गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ एक नई व्यवस्था भी जयपुर जिले में शुरू की गई है. प्रशासन ने 9950044220 वाट्सएप नंबर जारी कर रखा है. यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि दुकानदार गड़बड़ी कर रहा है या कालाबाजारी जैसी कोई बात सामने आ रही है, तो ग्राहक वीडियो बनाकर इस नंबर पर वाट्सएप के जरिए भेज सकता है. इस वाट्सएप ग्रुप में कई अधिकारी भी शामिल हैं. जैसे ही कोई वीडियो अपलोड किया जाता है या शिकायत आती है, तो उस की जांच कर तुरंत कार्रवाई की जाती है.

किराना सामान सप्लाई के लिए लगाए वाहन

पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि, प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन में गरीब और जरूरतमंद लोगों को पका और सूखा राशन निशुल्क दिया जा रहा है. लोगों के लिए पैक्ड सामान की भी व्यवस्था की गई है. उनके लिए हर थाना क्षेत्र में 50 वाहन और जयपुर शहरी क्षेत्र में 20 वाहन समेत कुल 70 वाहन डोर-टू-डोर किराने का सामान सप्लाई कर रहे हैं. इसके अलावा परकोटे में 113 दुकानों से किराना सामान की होम डिलीवरी भी की जा रही है. इन दुकानों पर लोग फोन कर घर पर सामान मंगा सकते हैं. इन दुकानों के नाम और नंबर पहले ही सार्वजनिक कर दिए गए हैं.

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जयपुर के परकोटा क्षेत्र में दूध सप्लाई की व्यवस्था

दूध बिक्री के लिए 15 सौ डेयरी बूथ शुरू किए गए हैं. 102 डेयरी बूथों से दूध की होम डिलीवरी भी की जा रही है. 107 ई रिक्शा दूध सप्लाई के लिए लगाए गए है. परकोटे में प्रतिदिन कुल 1 लाख 13 हजार 550 लीटर दूध सप्लाई हो रहा है. साथ ही परकोटा क्षेत्र के बाहरी क्षेत्र में जिला प्रशासन ने दूध सप्लाई के लिए 7 हजार डेयरी बूथ चिन्हित किए हैं. इसके अलावा यहां, प्रतिदिन औसतन 6 लाख 52 हजार 887 लीटर दूध सप्लाई किया जा रहा है.

बुजुर्गों की मदद लिए बनाई हेल्पलाइन

इस लॉकडाउन में बुजुर्गों की देखभाल के लिए एक विशेष हेल्पलाइन 'शेयरिंग केयरिंग' बनाई गई है. लॉकडाउन के दौरान कोरोना के संक्रमण के बुजुर्गों को बचाने के लिए ये हेल्पलाइन कारगर साबित हो रही है और कई बुजुर्गों को इस हेल्पलाइन के जरिए मदद भी पहुंचाई जा चुकी है.

Last Updated : May 24, 2020, 11:37 PM IST

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