जयपुर.प्रदेश सरकार में देवस्थान विभाग के मंत्री विश्वेंद्र सिंह अपने ही गृह जिले भरतपुर में विभाग की संपत्तियों पर हो रहे अतिक्रमण को खाली नहीं करवा पाए हैं. आलम यह है पूरे प्रदेश में 175 प्रकरण देवस्थान विभाग की संपत्तियों पर अतिक्रमण के दर्ज है. जिस में सर्वाधिक 51 प्रकरण भरतपुर के हैं.
देवस्थान विभाग की संपत्तियों पर अतिक्रमण का मामला विधानसभा में गूंजा... संबंधित मंत्री के गृह जिले में ही सर्वाधिक अतिक्रमण - जयपुर
पूरे राजस्थान में देवस्थान विभाग की संपत्तियों पर अतिक्रमण के 175 मामले संपदा अधिकारियों के कार्यालय में दर्ज है. खास बात यह है कि इसमें सर्वाधिक 51 प्रकरण भरतपुर जिले के हैं. जो देवस्थान विभाग के मंत्री विश्वेंद्र सिंह का गृह जिला है. विधानसभा के प्रश्न काल में भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी के लगाए एक सवाल के जवाब के दौरान यह जानकारी सामने आई.
विधानसभा में गुरुवार को विधायक किरण माहेश्वरी के लगाए सवाल के जवाब में यह जानकारी खुद मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने दी. इस दौरान विश्वेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि विभाग की नवीन किराया नीति 2019 का प्रारूप तैयार किया जा चुका है. जिसे लागू करना प्रस्तावित है.
इससे पहले भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी ने आरोप लगाया की विभाग संपत्ति का किराया भी वसूल करने में अधिकारी नाकाम साबित हो रहे हैं और करोड़ों रुपए का किराया अभी भी बकाया चल रहा है. वहीं एक इंस्पेक्टर के जिम्मे कई जिले होने से विभाग की संपत्तियों पर भी लगातार अतिक्रमण हो रहा है. जिसे रोका जाना बेहद जरूरी है. यहीं नहीं विधायक माहेश्वरी ने विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए है.