जयपुर.राजधानी के आदर्श नगर थाना इलाके में राजा पार्क स्थित फ्रंटियर कॉलोनी में ओसवाल ग्रुप के वीरेंद्र जैन ओसवाल के 114 नंबर मकान में दो नौकरों को बेहोश कर लाखों की लूट के प्रकरण में चौंकाने वाले बात सामने आई है. पुलिस ने जब इस पूरे प्रकरण की पड़ताल शुरू की एक-एक कर गुत्थी सुलझती गई.
जानकारी में सामने आया कि वीरेंद्र जैन के मकान में गंगा नाम की एक नौकरानी काम किया करती थी. 1 महीने पहले वह काम छोड़ कर चली गई. गंगा ने काम छोड़ने के बाद दिल्ली की एक एजेंसी के बारे में वीरेंद्र जैन के परिवार को जानकारी दी जो नौकरानी उपलब्ध कराती है. उसी एजेंसी के माध्यम से 3 दिन पहले ही विरेंद्र जैन ने अपने घर पर संगीता थापा नाम की एक नौकरानी को काम पर रखा. गंगा ने सोची समझी साजिश के तहत संगीता को वीरेंद्र जैन के मकान पर काम के लिए रखवाया और फिर लूट की साजिश रची.
पढ़ें.लुटेरी नौकरानी : घर में मौजूद दो अन्य नौकरों को बेहोशी की दवा सुंघाई, लाखों की नकदी और जेवरात लूटकर फरार
शादी में लुधियाना गया था ओसवाल परिवार
वीरेंद्र जैन ओसवाल अपने एक परिचित की शादी में शामिल होने पूरे परिवार के साथ लुधियाना के लिए बुधवार देर शाम रवाना हुए. उसके बाद घर में 3 दिन पहले काम पर रखी संगीता थापा और पिछले 25 वर्षों से वीरेंद्र जैन के घर पर काम करने वाली 45 वर्षीय कांता व एक 22 वर्षीय युवक रह गए. प्लानिंग के मुताबिक संगीता थापा ने घर पर मौजूद वीरेंद्र जैन के दो पुराने नौकरों को बेहोशी की दवा सुंघाकर बेहोश कर दिया. उसके बाद रात तकरीबन 10:30 बजे 1 महीने पहले काम छोड़ कर गई नौकरानी गंगा दो युवकों के साथ वीरेंद्र जैन के घर में घुस आई. इसके बाद गंगा, संगीता थापा और गैंग में शामिल दो अन्य युवकों ने की लूट.
दो कमरों के लॉक तोड़कर चुराया लाखों का सामान
1 महीने पहले काम छोड़ कर गई नौकरानी गंगा को यह बात अच्छी तरह से पता थी कि वीरेंद्र जैन कैश और ज्वैलरी किन दो कमरों में रखते हैं. ऐसे में गंगा ने संगीता और गैंग में शामिल दो अन्य युवकों के साथ मिलकर वीरेंद्र जैन के मकान के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर में केवल दो कमरों के ताले तोड़े. उसके बाद अलमारी में लॉकर में रखा तकरीबन 20 लाख रुपए कैश और तकरीबन 45 लाख रुपए के जेवरात व अन्य कीमती सामान बैग में भर लिए. उसके बाद गैंग में शामिल चारों सदस्य अलग-अलग बैग व थैलों में कैश, जेवरात व अन्य कीमती सामान भरकर रात 11:23 पर घर से बाहर निकले और फरार हो गए. हालांकि मकान के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वारदात को अंजाम देने के बाद चारों बदमाश घर से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है.
पढ़ें.एसीबी की कार्रवाई, जोधपुर में रेल प्रबंधक कार्यालय में 4000 की रिश्वत लेते अकाउंटेंट गिरफ्तार
सवेरे दूध वाले को हुई वारदात की जानकारी
गुरुवार सवेरे जब दूधवाला वीरेंद्र जैन के घर पर आया और काफी देर तक घंटी बजाने के बाद भी जब मकान के अंदर से कोई हलचल नहीं हुई तो शक होने पर दूध वाले ने आस पड़ोस में रहने वाले लोगों को इस बात की जानकारी दी। इस पर पड़ोस में रहने वाले कुछ लोग जब मकान के अंदर घुसे तो मकान के गेट खुले मिले और अंदर फर्श पर नौकरानी कांता व नौकर युवक बेहोश अवस्था में पाए गए. इस पर तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर वारदात की सूचना दी गई और पुलिस ने मौके पर पहुंची और दोनों नौकरों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया. फिलहाल दोनों नौकरों का एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है और दोनों ही अभी पुलिस को किसी भी तरह का बयान देने की हालत में नहीं हैं.
गनीमत यह है कि जिस एजेंसी के जरिए वीरेंद्र जैन के परिवार के सदस्यों ने संगीता थापा को 3 दिन पहले काम पर रखा था. उससे संगीता थापा के तमाम डॉक्यूमेंट वीरेंद्र जैन ने पहले ही ले लिए थे. साथ ही विरेंद्र जैन ने संगीता थापा का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के लिए तमाम दस्तावेज पुलिस को भी उपलब्ध करवाए हैं. ऐसे में दस्तावेजों के आधार पर पुलिस की टीम बदमाशों को दबोचने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुई है.