जयपुर.राजधानी जयपुर में बाल यौन शोषण के प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं. साल 2018 की तुलना में साल 2019 में इनकी संख्या में 63.31 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. प्रदेश में राजधानी जयपुर में बाल यौन शोषण सबसे ज्यादा हैं. वहीं जोधपुर दूसरे पायदान पर और अलवर तीसरे पायदान पर बना हुआ है.
राजस्थान में बाल यौन शोषण के प्रकरण में बढ़ोतरी राजस्थान में साल 2019 में बाल यौन शोषण के 3159 प्रकरण दर्ज किए गए. जिसमें से 2206 प्रकरण में पुलिस की ओर से चालान पेश किया गया. वहीं 258 प्रकरण अब भी लंबित चल रहे हैं.
एडीजी सिविल राइट्स रवि प्रकाश मेहरडा का कहना है कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चों से जुड़े हुए प्रकरणों को तुरंत दर्ज करके पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है. राजस्थान में फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते महिलाओं और बच्चों से जुड़े हुए प्रकरणों में काफी इजाफा देखने को मिला है. यदि बात राजधानी जयपुर कि की जाए तो साल 2018 में बाल यौन शोषण के 229 प्रकरण दर्ज किए गए थे. साल 2019 में बाल यौन शोषण के 374 प्रकरण दर्ज किए गए.
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वहीं जोधपुर में साल 2018 में बाल यौन शोषण के 152 प्रकरण दर्ज किए गए थे. 2019 में बाल यौन शोषण के 167 प्रकरण दर्ज किए गए. यदि बात कोटा कि की जाए तो 2018 में बाल यौन शोषण के 131 प्रकरण दर्ज किए गए थे और साल 2019 में बाल यौन शोषण के 146 प्रकरण दर्ज किए गए. राजधानी जयपुर का जो आंकड़ा है उसके अनुसार प्रतिदिन राजधानी में एक बच्चा या बच्ची बाल यौन शोषण का शिकार हो रहा है.