जयपुर. राजस्थान के पहले ओलंपियन कैप्टन सिरीचन्द राम 88 वर्ष के हो चुके हैं और हाल ही में उनका हिप रिप्लेसमेंट किया गया है. इस सर्जरी के बाद अगले ही दिन वह चलने फिरने भी लग गए. सिरीचंद राम झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं और कई ओलंपिक इवेंट के अंदर उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है. एक निजी अस्पताल में कैप्टन सिरीचंद राम को अत्याधुनिक सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाकर हिप रिप्लेसमेंट किया गया.
गिरने से टूट गया था कूल्हे का जोड़...
हॉस्पिटल के सीनियर ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि कैप्टन सिरीचंद राम कुर्सी से गिर गए थे, जिसके कारण उनके कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था. उन्हें जब हॉस्पिटल लाया गया तो उन्हें काफी दर्द था. ऐसे में जरूरी जांचें की गईं और उनकी उम्र एवं मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए उपचार की रूपरेखा तैयार की गई. प्रोस्टेट कैंसर का ईलाज ले रहे कैप्टन सिरीचंद राम की मिनिमली इंवेसिव तकनीक (छोटे चीरे) द्वारा सर्जरी की गई और उन्हें सीमेंटेड ज्वॉइंट लगाया गया.