जयपुर. 27 सितंबर को देश भर में विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता (World Tourism Day 2022) है. राजस्थान में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है. पर्यटन और पुरातत्व विभाग की ओर से पर्यटक स्थलों पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किये गए. सभी स्मारकों पर लोक कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुतियों से पर्यटकों का मन मोह रहे हैं. मंगलवार सुबह जयपुर परकोटा में हेरिटेज वॉक हुई. आमेर महल, नाहरगढ़ फोर्ट, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, जंतर मंतर समेत गुलाबी नगरी के तमाम पर्यटक स्थलों पर राजस्थानी ठाट बाट के साथ सैलानियों का स्वागत किया गया.
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेश भर के सभी स्मारकों और संग्रहालयो पर पर्यटकों के लिए प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है. पर्यटकों के तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया जा रहा है. स्मारकों पर लोक कलाकारों की ओर से कच्छी घोड़ी नृत्य, कालबेलिया नृत्य समेत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. सुबह पर्यटन विभाग की ओर से हेरिटेज वॉक आयोजित की गई. पर्यटन दिवस पर ज्यादा से ज्यादा लोग स्मारकों पर भ्रमण का आनंद ले, इसलिए राज्य सरकार ने पर्यटकों का प्रवेश नि:शुल्क किया है. वहीं, हवामहल स्मारक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है.
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हवामहल स्मारक को "स्वच्छ पर्यटन स्थान अवार्डःविश्व पर्यटन दिवस के अवसर विज्ञान भवन नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने हवामहल स्मारक को "स्वच्छ पर्यटन स्थान अवार्ड 2018 -19 प्रदान किया. हवामहल अधीक्षक सरोजनी चंचलानी ने अवार्ड प्राप्त किया, जो कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है.
पर्यटकों ने राजस्थानी संस्कृति की छटा बिखेरी: आमेर महल समेत कई पर्यटक स्थलों पर लोक कलाकारों ने राजस्थानी संस्कृति की छटा बिखेरी. इस मौके पर कच्छी घोड़ी नृत्य, शहनाई वादन, नगाड़ा वादक, संगीत समेत कई कार्यक्रम आयोजित हुए. लोक कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों ने पर्यटकों का मन मोह लिया. सैलानियों ने इन शानदार पलों को अपने कैमरों में कैद किया. आमेर महल पहुंचे पर्यटकों ने महल की सुंदरता और संस्कृति की जमकर तारीफ की. दूसरे प्रदेशों से आए पर्यटक होने विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग की ओर से किए गए स्वागत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की काफी सराहना की है.
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पर्यटन दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन: आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन एवं कला संस्कृति विभाग की ओर से आमेर महल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. पर्यटकों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया. पर्यटकों ने शहनाई वादन, नगाड़ा वादन, कच्छी घोड़ी नृत्य जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. आमेर महल में आयोजित सभी कार्यक्रम का पर्यटकों ने लुत्फ उठाया और काफी सराहना की.
पर्यटन सीजन को लेकर पर्यटक विभाग पूरी तरह से तैयारः पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड ने विश्व पर्यटन दिवस की प्रदेशवासियों और पर्यटकों को शुभकामनाए दी है. गायत्री राठौड़ ने बताया कि आने वाले पर्यटन सीजन को लेकर पर्यटक विभाग पूरी तरह से तैयार है. ऑफ सीजन गर्मी और बारिश के सीजन में अधिकत्तर पर्यटक बहुत कम आते हैं. लेकिन ऑफ सीजन में बडी संख्या में पर्यटक पर्यटन स्थलों पर आए, यानी 84 प्रतिशत पर्यटकों की वृद्धि हुई. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी राजस्थान में आने लगे हैं, जो कि सुखद खबर है. उन्होंने कहा कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने पर पर्यटन को बढ़ावा मिलना एक बड़ी पहल है. विश्व पर्यटन दिवस पर धर्मेंद्र राठौड़ ने चतुर्थ कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक 121 बातचीत की उनकी समस्याएं सुनी. सभी ने परिचय देते हुए पदोन्नति कई सालों से नहीं होने के कारण कर्मचारी और अधिकारियों की पदोन्नति डीपीसी खोलने की मांग की.
नाइट टूरिजम को मिलेगा बढ़ावाः विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटन विभाग की ओर से नई पहल की गई है. पर्यटन विभाग की ओर से अब नाइट टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा. जयपुर के मसाला चौक पर पर्यटन विभाग की ओर से विश्व पर्यटन दिवस पर रंगारंग सांस्कृतिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. मसाला चौक पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हुई पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान का अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के कारण देश और दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर विशेष स्थान है. प्रदेश के ऐतिहासिक किले और महल पुरातत्व एवं स्थापत्य कला के महत्वपूर्ण केन्द्र हैं. साथ ही यहां के त्योहार, मेलों और उत्सवों में प्रदेश की बहुआयामी लोक संस्कृति, हस्तशिल्प, लोक संगीत और नृत्यों की विविधताएं सैलानियों के लिए सदैव ही आकर्षण का केन्द्र रही हैं. गायत्री राठौड़ ने कहा कि पर्यटन विभाग की ओर से नाईट ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की जा रही है. प्रदेश के प्रमुख स्थलों पर नाईट ट्यूरिज्म और हेरिटेज संस्कृति, लोक कला और लोक कलाकारों को बढ़ावा दिया जाएगा.