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Rajasthan Politics: सचिन पायलट के समर्थन में आया गुर्जर समाज, महाअधिवेशन में करेंगे विचार

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बच्चू सिंह बैंसला ने (Bachchu singh bainsla on Rajasthan politics) राजस्थान में चल रही राजनीतिक हलचल को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए सचिन पायलट को प्रमुख दावेदार मानते हुए उन्हें सीएम बनाए जाने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि यदि पायलट को सीएम न बनाया गया तो कांग्रेस पार्टी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. पेश है बातचीत के कुछ अंश...

Bachchu Singh Bainsla exclusive interview
बच्चू सिंह बैंसला की खरी-खरी

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Published : Sep 23, 2022, 6:39 PM IST

Updated : Sep 23, 2022, 7:28 PM IST

जयपुर.कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर सीएम अशोक गहलोत के खड़े होने की अटकलों पर लगे विराम के बाद अब प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पद की लड़ाई शुरू हो गई है. गुर्जर समाज ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है. यह भी चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस को राजस्थान समेत देश भर में परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बच्चू सिंह बैंसला ने ईटीवी भारत से (Bachchu Singh Bainsla exclusive interview) खास बातचीत की. इस दौरान बैंसला ने समाज की ओर से पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई. महासभा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव ने कहा कि सचिन पायलट जैसे व्यक्ति ने पीसीसी चीफ पद संभालने के बाद वेंटीलेटर पर पड़ी राजस्थान कांग्रेस को न केवल जीवित किया बल्कि पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ता तक पहुंचाया लेकिन तब भी उनको 'सीएम इन वेटिंग' रखा गया. अब कांग्रेस के पास मौका है कि वह उस व्यक्ति को मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचाए जिसने राजस्थान के गांव और ढाणियों की धूल और खाक छानकर पार्टी को निखारा है.

बच्चू सिंह बैंसला की खरी-खरी

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गुर्जर विधायकों में पायलट ही क्यों पर बोले बैंसला
बैंसला से पूछा गया कि गुर्जर समाज से केवल सचिन पायलट ही क्यों? इस पर उन्होंने कहा कि हर समाज को यह मांग रखने का अधिकार है कि उसके समाज का मुख्यमंत्री बने लेकिन गुर्जर समाज की (Bachchu Singh on sachin pilot) यह मांग वाजिब है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले चुनाव में राजस्थान में गुर्जर समाज ने एकजुट होकर वोट कांग्रेस को ही दिया था. वहीं बैंसला यह भी कहते हैं कि गुर्जर समाज से सचिन पायलट इसलिए क्योंकि वह पायलट ही थे जिन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस को इतना मजबूत किया और गुर्जर समाज को कांग्रेस के पक्ष में खड़ा किया जिसके कारण कांग्रेस सत्ता में आई.

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मध्य प्रदेश, पंजाब और छत्तीसगढ़ का फार्मूला पायलट के साथ क्यों नहीं अपनाया
महासभा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बच्चू सिंह बैंसला यह भी कहते हैं कि जब पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह, मध्यप्रदेश में कमलनाथ और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल को प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए मुख्यमंत्री के तौर पर आगे किया गया तो फिर राजस्थान में भी क्यों नहीं किया. सचिन पायलट विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ही थे. उन्हें मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया. बैंसला ने कहा कि अब सचिन पायलट सीएम इन वेटिंग हैं और जो सबसे अगले पायदान पर होता है उसे ही मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.

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राष्ट्रीय अध्यक्ष की नहीं, कांग्रेस की परीक्षा...
गुर्जर महासभा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बच्चू सिंह का कहना है कि कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर परीक्षा नहीं है बल्कि असली परीक्षा तो राजस्थान में अगला मुख्यमंत्री बनाने को लेकर है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की राजनीति से ही यह साफ होगा कि कांग्रेस पार्टी भविष्य में आगे बढ़ेगी या फिर क्षत-विक्षत हो जाएगी. बच्चू सिंह ने कहा कि यदि कांग्रेस को निशक्त होना है तो पायलट को मुख्यमंत्री न बनाएं और यदि आगे जाना है तो फिर पायलट को सीएम बनाएं. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस को केवल प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.

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31 अक्टूबर को जयपुर में होगा गुर्जर समाज का महाअधिवेशन, बनेगी बड़ी रणनीति
बच्चू सिंह बैंसला ने कहा कि कांग्रेस के मौजूदा निर्णय के आधार पर ही समाज अपनी रणनीति तय करेगा. उन्होंने कहा कि आगामी 31 अक्टूबर को जयपुर में अखिल भारतीय गुर्जर महासभा का अधिवेशन होना है जिसमें सभी राज्यों से महासभा से जुड़े प्रदेश और जिला अध्यक्ष शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जो भी निर्णय रहेगा, उसी के आधार पर समाज इस अधिवेशन में अपनी आगे की रणनीति तय करेगा.

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा सबसे पुराना संगठन
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा समाज का सबसे पुराना संगठन है जो 1908 में बना था. महासभा की कई जम्मू कश्मीर से लेकर देश के अलग-अलग प्रांतों में है और हर साल इसका प्रांतीय अधिवेशन भी होता है जिसमें सामाजिक मुद्दों के साथ 86 मुद्दों पर भी चर्चा के बाद रणनीति बनाई जाती है. बच्चू सिंह इसी संगठन में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री हैं.

गौरतलब है कि कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चेहरे के साथ ही अब राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भी चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. इस बीच अलग-अलग समाज अपने समाज से आने वाले विधायकों को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है जिसके लिए अब वे राजनीतिक दबाव भी बनाना शुरु कर रहे हैं.

Last Updated : Sep 23, 2022, 7:28 PM IST

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