जयपुर. शहर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर के दर्शन आम श्रद्धालुओं के लिए अब तक अनलॉक नहीं हो पाए हैं. कोरोना के मद्देनजर राज्य सरकार के निर्देश पर मंदिर प्रशासन ने दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के दरवाजे नहीं खोले हैं. हालांकि, यहां हर दिन सातों झाकियां जरूर हो रही हैं, जहां वीआईपी ही दर्शन कर सकते हैं.
गोविंद देवजी मंदिर 1 दिसंबर से खुलेगा श्रद्धालुओं के लिए राजस्थान सरकार ने करीब 6 महीने तक बंद रहे धार्मिक स्थलों को 7 सितंबर से खोलने का निर्णय लिया था. हालांकि जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर के पट अभी भी आम जनता के लिए बंद ही हैं. शुक्रवार को हेरिटेज नगर निगम की महापौर, उप महापौर और दूसरे पार्षदों के लिए मंदिर के दरवाजे भी खुले और यहां उनके द्वारा पूजा-अर्चना भी की गई.
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जबकि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सबसे पवित्र महीना कार्तिक होने के बावजूद आम जनता भगवान के दर्शन करने से वंचित है. इसे लेकर मंदिर प्रशासन के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि अभी मंदिर सेवक जो 365 दिन मंदिर की विभिन्न प्रकार से सेवाएं कर रहे हैं, वो यहां आकर दर्शन कर पा रहे हैं. इसके अलावा मास्क वितरण कार्यक्रम और हेरिटेज नगर निगम का कार्य शुरू करने के लिए यहां महापौर भी पधारी.
उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर 2020 से आम दर्शनार्थियों का प्रवेश शुरू कर दिया जाएगा. इसके लिए जल्द स्वयंसेवक और मंदिर प्रशासन की मीटिंग बुलाई जाएगी और सब कुछ तय करने के बाद देवउठनी एकादशी को ठाकुर जी के समक्ष सेवा अर्पित कर सभी को सूचित कर दिया जाएगा.
वहीं, गोविंद देवजी मंदिर में शुक्रवार को धनतेरस और छोटी दिवाली का पर्व एक साथ मनाया जा रहा है. इस संबंध में मानस गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर जी को केसरिया रंग की पोशाक धारण कराई गई है. साथ ही विशेष शृंगार भी किया गया. शुक्रवार रात से मंदिर जगमग रोशनी में नहाएगा. मंदिर पर यह लाइटिंग 16 नवंबर तक चलेगी. इसके अलावा शाम को पंच दीपक और मंदिर प्रांगण में घी के दीपक जलाए जाएंगे.