जयपुर. वैक्सीनेशन की बूस्टर डोज को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. सीएम गहलोत ने कहा कि कई देशों में 2 साल तक के बच्चे को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उसको मान्यता भी मिल गई. वहीं हमारे देश में केंद्र सरकार क्यों इसको शुरू नहीं कर रही है, ये समझ से परे है. अगर भारत सरकार के पास वैक्सीन नहीं है तो स्वीकार करें. स्वीकार करेंगे तो जनता को समझा पाएंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा बैठक की. सीएम गहलोत ने कहा कि ये सिद्ध हो गया है कि वैक्सीन ही बचा सकती है. इसके लिए भारत सरकार को पत्र लिखेंगे कि सभी को वैक्सीन लगाई जाए. हमारी मांग आखिरकार भारत सरकार को माननी पड़ेगी. गहलोत ने कहा कि 14.14 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है. यही स्पीड रही तो हम कामयाब हो जाएंगे केवल 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने से काम नहीं चलेगा. सभी के लिए वैक्सीन लगाई जानी चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों से आह्वान किया कि वैक्सीनेशन के अभियान को सफल बनाएं. सब काम छोड़कर वैक्सीन लगवाएं. हम लोग समय पर वैक्सीन लगवा लेंगे तो लोगों को बचा पाएंगे. ओमिक्रोन के ज्यादा गंभीर परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं. इसीलिए लोग लापरवाही बरत रहे हैं. लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. यह बहुत खतरनाक स्थिति है. गहलोत ने कहा कि मैं खुद भुगत भोगी हूं. पोस्ट कोविड के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. ओमिक्रोन पोस्ट कोविड क्या असर करेगा किसी को मालूम नहीं है. गहलोत ने कहा कि 60 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगनी चाहिए. भारत सरकार की अनुमति के बिना वैक्सीन नहीं लग सकती. अगर वैक्सीन नहीं है तो भारत सरकार स्वीकार करें. स्वीकार करेंगे तो जनता को समझा पाएंगे.