जयपुर.कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व में आर्थिक मंदी है. इसका सबसे ज्यादा असर यातायात पर देखने को मिला है. देश में अनलॉक होने के 51 दिन बाद भी हवाई मार्ग से लेकर सड़क मार्ग तक यातायात सामान्य नहीं हो पाया है. यात्रा के तीनों प्रमुख साधनों (हवाई मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग) पर यात्री भार सामान्य नहीं हो पाया है. वहीं लॉकडाउन के चलते पासपोर्ट के लिए भी आवेदकों ने खासी रूचि नहीं दिखाई दी.
जानकारी के अनुसार, पिछले साल की तुलना में इस बार पासपोर्ट कार्यालय के पास लगभग 16,000 कम पासपोर्ट आवेदन आए हैं. कोरोना के चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स का संचालन नहीं हो रहा है. सिर्फ विदेशों में फंसे प्रवासी भारतीयों को 'वंदे भारत मिशन' के तहत ही भारत लाने के लिए फ्लाइट चलाई जा रही हैं. इस कारण पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में भी भारी कमी आई है. दूसरी ओर कोरोना काल में लोग घर पर ही रहना पसंद कर रहे है, ताकि वायरस से बचाव हो सके.
मार्च में शुरू हुई गिरावट जून में थमी
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के पास इस साल पासपोर्ट सत्यापन के लिए पिछले साल से 16,646 आवेदन कम आए हैं. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने बताया कि इस साल मार्च में 3,232 आवेदन मिले, जो कि अप्रैल में घटकर 23 रह गए. वहीं मई में यह आंकड़ा 21 पहुंच गया, लेकिन जून में आंशिक रूप से फ्लाइट संचालन शुरू होने के बाद 1,920 आवेदन प्राप्त हुए. जिनमें 1,834 आवेदनों का निपटारा किया जा चुका है. जबकि 86 आवेदन तकनीकी कारणों के चलते लंबित है. जिनका जल्द ही निस्तारण किया जाएगा.