जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के बीच चल रहे लॉकडाउन में आम आदमी को रोजमर्रा की चीजें बमुश्किल मिल पा रही है, तो वहीं सब्जियां उगाने वाले किसान भी परेशान है. कई किसान और काश्तकार तो खुद और परिवार को संक्रमण से बचाने के लिए खेतों में लगी अपनी सब्जियां तोड़कर मंडियों तक पहुंचाने से भी कतरा रहे हैं. कुछ ऐसे ही काश्तकारों के पास पहुंची ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड रियलिटी जानी.
कोरोना वायरस के संक्रमण का ही डर है कि, ऐसे कई छोटे काश्तकर और किसान हैं, जिन्होंने सीजनेबल सब्जियां बेचने के लिए उनकी खेती की थी. जब कोरोना महामारी के संक्रमण का फैलाव हुआ तो, इन्होंने अपनी पकी पकाई सब्जियों की फसल खेतों से उतारकर मंडियों तक पहुंचाना भी मुनासिब नहीं समझा. काश्तकारों का ये भी कहना है की सब्जियों को मण्डियों तक पहुंचाने में भी परेशानी है, क्योंकि इससे जुड़े वाहन मिल नहीं रहे और यदि मंडियों में जाए तो वहां संक्रमण का खतरा भी रहता है.