जयपुर. साइबर ठगों की ओर से गोल्ड ट्रेडिंग के नाम पर एक व्यापारी से 33 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने का मामला सामने आया (fraud of 33 lakh rupees from trader) है. साइबर ठगी को लेकर राजा पार्क निवासी 53 वर्षीय महावीर प्रसाद अग्रवाल ने सोमवार देर रात साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
मामले की जांच कर रही जांच अधिकारी उर्मिला कुमारी ने बताया कि जुलाई महीने में पीड़ित के मोबाइल पर व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया और मैसेज भेजने वाले ने खुद को गोल्ड में ट्रेडिंग करने वाला ट्रेडर बताकर अच्छा मुनाफा कमा कर देने का झांसा दिया. विभिन्न तरह के प्रलोभन देकर पीड़ित को व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा गया और उस लिंक पर क्लिक कर गोल्ड ट्रेडिंग करने के लिए खाता खोलने के लिए कहा गया. ठग के झांसे में आकर पीड़ित ने ऑनलाइन गोल्ड ट्रेडिंग का खाता खोल लिया और उसमें अलग-अलग बारी में अपने बैंक खाते से व अपनी पत्नी के बैंक खाते से कुल 33 लाख 10 हजार 200 रुपए की राशि जमा करवा दी.
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विश्वास जीतने के लिए शुरू में पीड़ित के बैंक खाते में ट्रांसफर की राशि: ठग ने पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए शुरुआत में पीड़ित की ओर से खाते में जमा करवाई गई 50 हजार रुपए की रकम पीड़ित की ओर से ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट डालने पर उसके खाते में ट्रांसफर कर दी. जिसके चलते पीड़ित का विश्वास और भी गहरा हो गया, फिर उसने लाखों रुपए की राशि ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते में जमा करवा दी. 22 अगस्त को पीड़ित ने जब खुद का ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट चेक किया तो उसमें बैलेंस 1 करोड़ 75 लाख 95 हजार 800 रुपए शो हुआ. जिसमें पीड़ित का ऑनलाइन ट्रेडिंग का मुनाफा जोड़ कर दिखाया गया था. इस पर जब पीड़ित ने उक्त राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट डाली तो ठग ने 20 लाख रुपए कमीशन के तौर पर देने के लिए कहा. उसके बाद ही राशि ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट से पीड़ित के बैंक खाते में ट्रांसफर करने की बात कही.
इस पर पीड़ित ने ठग को उसके ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट से ही 20 लाख रुपए की राशि काटकर शेष राशि और उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा. जिस पर ठग ने ऐसा करने से मना कर दिया और 5 लाख रुपए खाते में ट्रांसफर करने की बात कहने लगा. शक होने पर जब पीड़ित ने अपने स्तर पर पड़ताल की तो पता चला कि जिस ऑनलाइन ट्रेडिंग साइट पर वह निवेश कर रहा है वह पूरी तरह से फर्जी है. साथ ही जिस खाते में उसकी ओर से रकम ट्रांसफर की गई है, वह खाता भी किसी कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड नहीं है. इस प्रकार से ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने सोमवार देर रात साइबर थाने पहुंचकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजेक्शन डिटेल और चैटिंग के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है.