राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

सावधान! चमगादड़ और सांप के कारण फैल रहा है कोरोना वायरस...

चीन में फैले कोरोना वायरस से जुड़ा सबसे पहला मामला सामने आया था. जिसके बाद से ही पूरे देश में कोरोना वायरस की हलचल मची हुई है. डॉक्टरों ने बताया कि ये वायरस आमतौर पर जानवरों में पाया जाता है. लेकिन अब धीरे धीरे ये वायरस इंसानों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. जयपुर के एसएमएस अस्पताल के वरिष्ट डॉ पुनीत सक्सेना ने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए ऐसी कोई भी दवा या इंजेक्शन नहीं बना है जिसे मनुष्य पर प्रयोग किया जा सके.

सवाई मानसिंह अस्पताल, Corona virus, jaipur latest news
चमगादड़ और सांप के कारण फैल रहा कोरोना वायरस

By

Published : Jan 27, 2020, 5:20 PM IST

जयपुर.चीन में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस से हड़कंप मचा हुआ है. इस बीमारी के चलते अब तक काफी लोगों की मौत हो चुकी है. चिकित्सकों का कहना है कि ये वायरस आमतौर पर जानवरों में पाया जाता है लेकिन जानवरों से ट्रांसफर होकर अब ये वायरस इंसानों में भी फैल चुका है और चीन के बुहाना क्षेत्र में इस वायरस से जुड़ा सबसे पहला मामला सामने आया था.

सवाई मानसिंह अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक और मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत सक्सेना ने बताया कि आमतौर पर ये बीमारी जानवरों में पाई जाती है. लेकिन, अब ये इंसानों में फैल रही है. सीफूड खाने से भी ये बीमारी फैल सकती है लेकिन चीन के जिस क्षेत्र में सबसे पहले कोरोना वायरस का मामला सामने आया था वहां पर सांप और चमगादड़ खाए जाते हैं तो प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि इन दोनों जानवरों के कारण ही कोरोना वायरस फैलना शुरु हुआ है.

चमगादड़ और सांप के कारण फैल रहा कोरोना वायरस

क्या है लक्षण

डॉ पुनीत सक्सेना का कहना है कि ये बीमारी संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में फैल सकती है और जिस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है वो व्यक्ति सबसे पहले इस बीमारी की चपेट में आता जाता है. डॉक्टर्स का कहना है कि बुखार, सिर दर्द, खांसी, जुखाम, गले में खराश और स्किन पर लाल रैशेज इसके प्रारंभिक लक्षण है. मरीज की हालत बिगड़ने पर इस वायरस के कारण मरीज के दोनों फेफड़ों में निमोनिया हो जाता है. जिसके बाद उसकी मौत भी हो सकती है.

पढ़ें-जयपुर : कोरोना वायरस का संदिग्ध छात्र SMS में भर्ती, चिकित्सा विभाग ने जारी की एडवाइजरी

नहीं बनी वायरस को मिटाने वाली दवा

डॉक्टर पुनीत सक्सेना का कहना है कि आमतौर पर यह बीमारी जानवरों में पाई जाती है और इंसानों में प्रवेश करती है लेकिन इस तरह के मामले ज्यादा देखने को नहीं मिले थे. वहीं, इंसानों में आने वाले इस वायरस की दवा अभी इजाद नहीं हो पाई है. लेकिन, जानवरों में यह बीमारी पाई जाती है तो जानवरों के लिए एक इंजेक्शन इस बीमारी के लिए जरूर तैयार किया गया है लेकिन अभी तक इस इंजेक्शन को मनुष्य पर इस्तेमाल नहीं किया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details