जयपुर. कांग्रेस पार्टी का देशव्यापी सदस्यता अभियान 1 नवम्बर से शुरू हुआ जो 31 मार्च तक चलेगा. राजस्थान में भी इस अभियान के तहत 5 महीने में 50 लाख नए सदस्य बनने का टारगेट तय किया गया है. हालांकि, इस बार पहली बार कांग्रेस का सदस्यता अभियान ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी चल रहा है. लेकिन क्योंकि राजस्थान में में ऑनलाइन अभियान की शुरुआत नहीं हुई है. ऐसे में ज्यादा लोगों को इस बारे में जानकारी भी नही है. लेकिन कांग्रेस के ऑनलाइन अभियान से कोई भी कहीं भी घर बैठे अपनी मेंबरशिप कर सकता है.
अभी कांग्रेस का डिजिटल मेंबरशिप अभियान (Digital membership campaign) गुजरात और दिल्ली में चल रहा है. जल्द ही यह राजस्थान में भी लाच होगा. जिसके लिए कांग्रेस पार्टी ने तैयारी भी शुरू कर दी है. इसके तहत गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने 7 नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाए हैं जो अखिल भारतीय डिजिटल मेंबरशिप को पूरे देश में देखेंगे. इन 7 कोऑर्डिनेटर्स में राजस्थान (Rajasthan) के विशाल मीना को भी शामिल किया गया है.
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कांग्रेस के डिजिटल अभियान का सबसे बड़ा फायदा यह है कि डिजिटल तरीके से की गई मेंबरशिप फर्जी नहीं हो सकती. इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने डिजिटल सदस्यता अभियान को वोटर आईडी बेस्ट किया है. कांग्रेस पार्टी के डिजिटल मेंबरशिप अभियान के राजस्थान के एकमात्र सदस्य विशाल मीणा ने बताया कि डिजिटल तरीके से मेंबरशिप करवाने में किसी तरीके का फर्जीवाड़ा ना हो इसके लिए इसे वोटर आईडी बेस्ड बनाया गया है. क्योंकि वोटर आईडी यूनिक होता है ऐसे में इसमें कोई फर्जीवाड़ा नहीं हो सकता है.
वोटर आईडी फर्जी लगाई है तो हो जाएंगे ट्रेस
मेंबरशिप के लिए फोटो भी सेल्फी मोड में लाइव भेजनी जरूरी होगी. जिसके लिए पार्टी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है. अगर किसी ने वोटर आईडी फर्जी लगाई है तो उसे ट्रेस किया जा सकता है ताकि मेंबरशिप फर्जी ना हो. विशाल मीणा का कहना है कि मेंबरशिप का डिजिटल होने का एक फायदा यह भी है कि इसके जरिए मेंबरशिप को डिजिटलाइज करना आसान होता है. जबकि फ़ॉर्म बेस्ड मेंबरशिप मैं डिजिटलाइजेशन करना काफी मुश्किल होता है. अभी डिजिटल मेंबरशिप का अभियान गुजरात और दिल्ली में चल रहा है जल्द ही यह देश के अन्य राज्यों में भी शुरू होगा.
दो तरीके से होती है डिजिटल मेम्बरशिप
सेल्फ रजिस्ट्रेशन- कांग्रेस के डिजिटल मेंबरशिप अभियान के तहत सेल्फ रजिस्ट्रेशन के जरिए देश में कोई भी कहीं भी अपनी मेंबरशिप करवा सकता है। सेल्फ रजिस्ट्रेशन लिंक के जरिए होता है, जिसमे चेक बोर्ड के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. रजिस्ट्रेशन के साथ ही पेमेंट गेटवे के जरिए ₹5 का पेमेंट कर सदस्य बना जा सकता है. एप के जरिये-डिजिटल मेंबरशिप का दूसरा स्वरूप एप से एनरोलर के जरिये होता है. इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने एनरोलर को मेंबरशिप करवाने का अधिकार दिया है.
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एनरोलर को कांग्रेस पार्टी मेंबरशिप ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होता है. यह एनरोलर लिस्ट यानी सक्रिय सदस्य के नाम प्रदेश कांग्रेस की ओर से दिए जाएंगे. जिन्हें एआईसीसी की ओर से अप्रूवल देने के साथ ही लॉगिन आईडी भी दी जाएगी. इसी के जरिये ये रजिस्ट्रड एनरोलर सदस्य बना सकते है. बनने वाले सदस्यों की सदस्यता शुल्क ये रजिस्टर्ड एनरोलर्स ही सदस्य से लेकर संबंधित प्रदेश कांग्रेस को जमा करवाएगा. खास बात ये है कि एप के जरिए सदस्य बनने वालों को कोई फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं होगी.