जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विभिन्न कॉलेज भवनों का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान समारोह में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा को कोचिंग हब और शिक्षा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने वाला जिला बताते हुए कहा कि देश के हर कोने-कोने में कोटा की यह पहचान बन गई है कि कोटा की कोचिंग देश में सबसे ज्यादा इंजीनियर और डॉक्टर दे रही है.
यूडीएच मंत्री धारीवाल ने कोचिंग संस्थान को खोलने की मांग भी रखी. धारीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अनुरोध किया कि शर्तों के साथ कोचिंग संस्थानों को खोलने की अनुमति दी जाए ताकि लाखों बच्चे अपने भविष्य को संवार सकें. धारीवाल के इस अनुरोध के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात के संकेत दिए कि जल्द ही प्रदेश के कॉलेज और कोचिंग संस्थान शर्तों के साथ खोले जा सकते हैं.
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शांति धारीवाल ने कहा कि हरियाणा, मध्यप्रदेश में कोचिंग इंस्टीट्यूट खोल दिए गए हैं. ऐसे में राजस्थान में भी शर्तों के साथ कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलने की अनुमति दी जाए. जिन बच्चों ने वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगा ली है, उन बच्चों को कोचिंग में आने की अनुमति दी जाए. कोचिंग इन्स्टीट्यूट के अंदर ऊपर से लेकर नीचे तक पूरे स्टाफ ने वैक्सीन लगवा ली हो, उन्हें इस शर्त के साथ कोचिंग खोलने की अनुमति दे देनी चाहिए. वैक्सीनेशन और कोरोना प्रोटोकॉल की पालना के साथ कोचिंग संस्थान खोलने से कोई खतरा नहीं है, वह सुरक्षित हैं. सरकार को चाहिए कि इस पर गंभीरता से विचार करें. धारीवाल ने यह भी कहा कि कोचिंग संस्थानों की वजह से हजारों लाखों लोगों के रोजगार भी जुड़े हुए हैं, उस पर भी हमें सोचने की जरूरत है.