जयपुर.प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की. इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा समेत प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सुप्रिडेंट और अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे. जहां सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश के जिन जिलों में अधिक पॉजिटिव के सामने आ रहे हैं, वहां की स्थिति का जायजा लिया.
इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने की भी अपील की. इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को शून्य पर लाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले राज्य में कोराना से होने वाली मृत्यु दर काफी कम है. इसे शून्य पर लाने के प्रयास किए जाएंगे.
अब उदयपुर में भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज संभव
डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई है. जयपुर, जोधपुर और कोटा के बाद उदयपुर से भी प्लाज्मा थेरेपी के जरिए गंभीर कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्लाज्मा थेरेपी सबसे पहले जयपुर के एसएमएस अस्पताल से शुरू की थी. यहां सफल प्रयोग के बाद अन्य मेडिकल कॉलेजों ने भी आईसीएमआर से अनुमति मांगी थी. जल्द ही बीकानेर और अजमेर को भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की अनुमति मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश के जिला अस्पतालों में भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की योजना बनाई जा रही है.
12 हजार पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे जाएंगे
उन्होंने यह भी कहा कि विभाग द्वारा जल्द ही 12 हजार पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे जाएंगे, जिनसे उन व्यक्तियों की पहचान आसानी से की जा सकेगी, जो एसिंप्टोमेटिक या बिना लक्षण के हैं. उन्होंने कहा कि अभी सबसे ज्यादा चिंता बिना लक्षणों के कोरोना पॉजिटिव की है. यदि इनकी समय रहते पहचान कर ली जाए तो कोरोना के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा.