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पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नामांकन से पहले सीएम गहलोत ने संभाली राज्यसभा चुनाव की कमान

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंगलवार को राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे. राज्यसभा चुनाव की पूरी बागडोर सीएम गहलोत ने संभाल रखी है. नामांकन से ठीक एक दिन पहले सीएम गहलोत ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों, बीएसपी विधायक और निर्दलीय विधायकों के साथ अपने निवास पर करीब दो घंटे बैठक की.

Former Prime Minister Dr. Manmohan Singh, Chief Minister Ashok Gehlot

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Published : Aug 13, 2019, 3:33 AM IST

जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राज्यसभा की सदस्यता के लिए मंगलवार को राजस्थान से अपना नामांकन दाखिल करेंगे. नामांकन दाखिल करने के लिए मनमोहन सिंह सुबह 9 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. उसके बाद करीब 11 बजे विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.

राज्यसभा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नामांकन से पहले सीएम गहलोत ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों, बीएसपी विधायक और निर्दलीय विधायकों के साथ की डिनर पार्टी

प्रदेश में कांग्रेस के पास पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद पार्टी किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि राज्यसभा चुनाव की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने हाथ में ले रखी है. अशोक गहलोत ने सोमवार शाम को मंत्रिपरिषद के सदस्यों, बीएसपी के विधायक और निर्दलीय विधायकों के साथ डिनर पार्टी की.

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बताया जा रहा है कि पार्टी के जरिए गहलोत ने राज्य सभा चुनाव को लेकर रणनीति पर भी चर्चा की. मुख्यमंत्री निवास पर हुई बैठक में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, होमगार्ड मंत्री भजन लाल जाटव समेत मंत्री परिषद के करीब सभी सदस्य, बीएसपी विधयक और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक मौजूद रहे.

डिनर पार्टी के जरिए सीएम गहलोत ने कांग्रेस के विधायकों के साथ बीएसपी और निर्दलीय विधायकों से राज्यसभा चुनाव और बहुमत को लेकर चर्चा की. वहीं, बीजेपी अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम सामने नहीं लाई है. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा इस बात की भी है कि बीजेपी जानती है कि उनके पास बहुमत नहीं है, इसलिए हो सकता है कि बीजेपी अपना उम्मीदवार ही ना उतारे और ये दिखाने की कोशिश करे कि वो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समर्थन में उम्मीदवार नहीं उतार रहे हैं. बहरहाल ये सब कहना अभी थोड़ा जल्दबाजी होगा.

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