जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कॉलेज व्याख्याताओं के 1 हजार और पदों पर भर्ती की स्वीकृति की मंजूरी दी है. साथ ही नए कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए 200 करोड़ रूपए के बजट की मंजूरी भी दी है.
सीएम अशोक गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास (CMR) पर उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि युवाओं के करियर निर्माण को ध्यान में रखते हुए हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि राज्य में उच्च शिक्षा का स्तर अव्वल दर्जे का हो . उन्होंने कहा कि कॉलेजों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए . मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी कॉलेजों की दैनिक गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा सकती है.
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सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि राजकीय कॉलेजों में पढ़ाई की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए रिक्त पदों पर भर्ती और पदोन्नति की कार्यवाही को गति दें . उन्होंने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के माध्यम से कॉलेज शिक्षकों के करीब 1 हजार पदों पर चल रही भर्ती की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए. साथ ही उन्होंने 1 हजार और पदों पर भर्ती की स्वीकृति देते हुए इसकी प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में तबादलों के लिए प्रभावी नीति भी बनाई जाए.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए भूमि का आवंटन हो चुका है, उनका निर्माण कार्य दो माह में आवश्यक रूप से शुरू हो. साथ ही शेष कॉलेजों के भूमि आवंटन प्रकरणों की मुख्य सचिव के स्तर पर समीक्षा की जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए दूरस्थ स्थानों पर नहीं जाना पड़े. इस उद्देश्य से सरकार ने विगत तीन वर्षाें में 123 नए राजकीय महाविद्यालय खोले हैं. इन महाविद्यालयों के भवन-निर्माण, विभिन्न पदों पर भर्ती और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में मिशन भावना के साथ काम करें.
निजी कॉलेजों की फैकल्टी को मिले उचित वेतन
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा प्रभावी सिस्टम विकसित किया जाए कि निजी कॉलेजों में यूजीसी और अन्य निर्धारित मापदंड आवश्यक रूप से पूरा होना सुनिश्चित हों. साथ ही इन कॉलेजों में कार्यरत फैकल्टी यूजीसी के नियमों के अनुरूप पात्रता पूर्ण करने वाली हो तथा उन्हें उनकी पात्रता के अनुरूप उचित वेतन सीधे उनके बैंक खातों में मिले . गहलोत ने महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एंड सोशल साइंसेज, हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर और डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय जयपुर के भवन निर्माण का कार्य भी जल्द शुरू कराए जाने के निर्देश दिए .