जयपुर. राजधानी जयपुर के झोटवाड़ा थाना इलाके में भूखंड के फर्जी दस्तावेज तैयार कर कब्जा जमाने का मामला सामने आया है. अपनी दबंगई के दम पर एक महिला के पट्टेशुदा प्लाट पर कब्जा जमाया गया है. निवारू रोड पर जेडीए के अनुमोदित भूखंड को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया गया. भूखंड को सोसाइटी के पट्टे के आधार पर विचार किया गया है, जबकि जेडीए का अनुमोदित पट्टा आज भी पीड़िता के पास मौजूद है.
सुभाष चौक निवासी पीड़ित महिला मिथलेश शर्मा की ओर से झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाने के कई साल बीतने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़िता के पति का निधन हो चुका है. पीड़िता मिथलेश शर्मा ने बताया कि इस प्लॉट को फर्जी दस्तावेजों से बेच दिया है. वर्ष 2015 में मामला दर्ज करवाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. 187 वर्ग गज का भूखंड जेडीए से अनुमोदित है, जो कि वर्ष 2002 को अनुमोदित हुआ था. पीड़िता के जेठ ने भूखंड हक त्याग कर दिया था.
इस भूखंड को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक ही परिवार में एक के बाद एक कई बार बेचान कर दिया गया है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पत्नी से पति और सास से बहू के नाम बेचान कर दिया गया, जबकि सभी ओरिजिनल दस्तावेज पीड़िता के पास मौजूद हैं. उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर भी कब्जा हटाने की एवज में कमीशन मांगने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने जेडीए और पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई. पीड़िता का आरोप है कि लगातार धमकियां दी जा रही हैं.