जयपुर. राजस्थान में जब से सियासी महासंग्राम शुरू हुआ है और विधायकों को जैसलमेर के होटल में शिफ्ट किया गया है, तब से हर दिन कुछ ना कुछ विवाद सामने आ रहा है. अब सचिन पायलट कैंप की ओर से एक पत्र जारी किया गया है, जिसके अनुसार सूर्यगढ़ में फोन रिकॉर्डिंग के लिए चार जैमर लगाए गए हैं.
सूत्रों की मानें तो हर विधायक की गतिविधि पर नजर रखी गई है और इन कागजातों के अनुसार 2 अगस्त से 4 अगस्त तक मंत्री शांति धारीवाल, बलजीत यादव, अर्जुन बामणिया, वीरेंद्र चौधरी, जाहिदा, रोहित बोहरा के कॉल रिकॉर्ड किए गए हैं. कहा जा रहा है कि इंटरकॉल के जरिए हुई बातचीत को भी रिकॉर्ड किया जा रहा है.
पढ़ेंःअब BJP विधायकों के लिए बन रही 'रणनीति', कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतजार
इस मामले में यह भी निकल कर आ रहा है कि जयपुर के मानसरोवर के एक होटल से यह रिकॉर्डिंग का काम संचालित किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के एक आला पुलिस अधिकारी और दो निजी कंपनी के अधिकारी भी शामिल हैं. इनमें से एक अधिकारी निजी टेलीकॉम कंपनी में जयपुर में लंबे समय से पोस्टेड हैं और यह काम भी लंबे समय से चल रहा है.
राजस्थान में कॉल रिकॉर्डिंग को लेकर विवाद लंबे समय से जारी है और जिस तरीके से केंद्रीय मंत्री समेत विधायकों और नेताओं के कॉल रिकॉर्ड करने की शिकायतें आती रही हैं. वायरल 'कागज' सही है तो यह कहीं ना कहीं उन आरोपों को सही ठहरा रहा है.
पढ़ेंःपायलट के 'रायचंद' ही उन्हें धोखा देने वाले, वरना आज उनके साथ 45 विधायक होते- प्रशांत बैरवा
इस कागज के अनुसार 2 अगस्त को मंत्री अर्जुन बामणिया, विधायक रोहित बोहरा, विधायक जाहिदास, निर्दलीय विधायक बलजीत यादव, मंत्री शांति धारीवाल के फोन टेप किया गया है. वहीं, 3 अगस्त को वीरेंद्र चौधरी, जाहिदा, रोहित बोहरा के इंटरकॉल को भी रिकॉर्ड किया गया. 4 अगस्त को जाहिदा का फोन टैप किया गया है. गौरतलब है कि पायलट के एमपी लगातार गहलोत सरकार पर असंवैधानिक तरीके से फोन टैपिंग के आरोप लगाते रहे है.