जयपुर.राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी ने एक बयान जारी किया है और कहा है कि उर्दू तालीम को लेकर शिक्षा मंत्री ने जो बयान दिया है वह पूरी तरह से झूठ है और बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि उर्दू माध्यम की कक्षा एक से पांच की सरकारी स्कूलों भी उर्दू तालीम दी जा रही है.
पीसीसी में हुए एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने उर्दू को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि कक्षा पांचवी तक तृतीय भाषा नहीं होती. कक्षा 6 से 8 तक तृतीय भाषा होती है. डोटासरा ने कहा कि तृतीय भाषा जितने शिक्षक भारतीय जनता पार्टी के शासन में थे, उससे ज्यादा कांग्रेस के शासन में लगाए गए है. बीजेपी जरूर उर्दू के साथ नाइंसाफी करती है लेकिन कांग्रेस ना तो उर्दू, ना ही सिंधी और ना ही पंजाबी के साथ नाइंसाफी करेगी. अमीन कायमखानी का कहना है कि कक्षा 1 से 5 तक उर्दू माध्यम वाली सरकारी स्कूलों में अब तक किताबे नहीं पहुंची है, जबकि शिक्षा मंत्री ने कहा है कि सभी जगह किताबें पहुंचा दी गई है.
अमीन कायमखानी ने कहा प्रदेश के सरकारी स्कूलों में उर्दू चार तरीकों से पढ़ाई जा रही है. पहली से पांचवी तक उर्दू माध्यम की सरकारी स्कूलों में, पहली से पांचवी तक उर्दू अतिरिक्त विषय के रूप में, छठी से दसवीं तक उर्दू तृतीय भाषा के रूप में और ग्यारहवीं से बारहवीं तक उर्दू एच्छिक विषय के रूप में पढ़ाई जा रही ह. कायमखानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने वर्तमान सत्र 2020-21 से पहली से पांचवी तक उर्दू माध्यम और अतिरिक्त विषय को बंद कर दिया है.