जयपुर. राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में एंबुलेंस हड़ताल का एलान किया था. 12 अक्टूबर को एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन की ओर से हड़ताल भी प्रस्तावित की गई थी, जिसके बाद सोमवार को एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता चली. जिसमें एनएचएम एमडी नरेश ठकराल और प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के साथ भी कर्मचारी यूनियन की वार्ता हुई.
पढ़ें:नागौर: कृषि बिलों के विरोध में हनुमान बेनीवाल, पीएम से बिलों को रिव्यु करने की मांग की
राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार ने कर्मचारियों कि किसी तरह की कोई मांग पूरी नहीं की और आखिरकार एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन को हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा. 12 अक्टूबर को प्रदेश भर में एंबुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल प्रस्तावित की थी, लेकिन सरकार की ओर से वार्ता का न्योता आया, जिसके बाद फिलहाल हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है.
एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन और सरकार के बीच सोमवार को लंबी दौर की वार्ता हुई और उच्च न्यायालय के एएजी विभूति भूषण शर्मा को मध्यस्थता करनी पड़ी. आखिरकार 4 दौर की वार्ता के बाद कर्मचारियों ने फिलहाल हड़ताल को स्थगित कर दिया है. इसके तहत कुछ मांगों पर सहमति भी बनी है. जिसमें 20 फीसदी वेतन बढ़ोतरी नई निविदा में 8 घंटे ड्यूटी प्रतिवर्ष वेतन बढ़ोतरी और इसी महीने 20 फीसदी वेतन में बढ़ोतरी करने की मांग पर सहमति बनने के बाद एंबुलेंस कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित कर दी है.