जयपुर. राजस्थान में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू किया गया है. प्लास्टिक आइटम्स पर बैन लगा कर अन्य विकल्प भी दिए गए हैं. बता दें, किसी भी कार्यक्रम में भोजन परोसने के काम आने वाले प्लास्टिक कोटेड पत्तल- दोने, प्लेटें, कप-गिलास को भी बैन कर दिया (Paper Cup Ban in Rajasthan) गया है.
सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए जिला और राज्य स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इसमें अलग-अलग विभागों के अधिकारी शामिल हैं, जो कि सिंगल यूज प्लास्टिक के रोकथाम को लेकर कार्रवाई के साथ समझाइश सहित अन्य ऑपरेशन चलाएंगे. सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए आमजन को भी जागरूक किया जाएगा. होटल, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल, ट्रेडर्स एसोसिएशन को भी इस बैन की पालना करने के लिए कहा गया है. राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता में 250 विद्यालयों से लगभग 2 लाख विद्यार्थियों की सहभागिता से सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध और वैकल्पिक उत्पादों के बारे में लोगों को जागरुक किया (awareness campaign for single use plastic ban) गया है.
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ये है सिंगल यूज प्लास्टिक: राज्य प्रदूषण नियत्रंण मंडल के अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक में प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों वाली प्लास्टिक डंडिया, प्लास्टिक झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम की डंडिया, पोलोस्टाइरीन की सजावटी सामग्री, प्लेंटे, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रा्ॅ, ट्रे जैसी कटलरी, मिठाई के डिब्बों, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट पैकेट पर लपेटने वाली और पैक करने वाली फिल्म, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक, और पीवीसी बैनर शामिल हैं. हाल ही में सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम बनाने वाली 13 फैक्ट्रियों पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने ताला लगाया है.