जयपुर. जन स्वास्थ्य और अभियंत्रिकी विभाग पीएचईडी विभाग में में मेंटेनेंस का 68 लाख रुपए की टेंडर गलत तरीके देने का मामला का सामने आया है. दरअसल, ट्यूबवेल, पंप हाउस के मेंटेनेंस के लिए 68.38 लाख रुपये का टेंडर दिया जाना था. इस टेंडर के लिए पांच फर्मों ने आवेदन किया. ठेकेदार बनवारी लाल ने कहा कि 5 में से 2 फर्मों को निविदा से बाहर कर दिया गया, जबकि शर्तों के अनुसार 4 फर्मों को बाहर होना चाहिए था.
उन्होंने कहा की निविदा से 2 फर्मों को बाहर करने के बाद डायनामिक इलेक्ट्रो पावर प्राइवेट लिमिटेड भीलवाड़ा, जांगिड़ इंजीनियर्स वर्क्स और किसान इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग वर्क्स जयपुर ही शेष रही. फार्म किसान इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग वर्क्स ठेकेदार बनवारी लाल शर्मा की फर्म है.
हाईकोर्ट भी पहुंचा मामला...
अधीक्षण अभियंता ने नियमों के विपरीत डायनेमिक इलेक्ट्रो पावर प्राइवेट लिमिटेड को यह टेंडर जारी कर दिया. ठेकेदार बनवारी लाल का आरोप है कि टेंडर देने में नियमों की पूरी तरह से अवहेलना की गई है. बनवारी लाल इस मामले को लेकर हाईकोर्ट भी गए और हाईकोर्ट ने वर्क ऑर्डर पर स्टे आदेश दिया. आदेश में कहा गया कि अपीलों की सुनवाई होने तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं किया जाए. बनवारी लाल शर्मा ने वर्कशॉप का किरायानामा भी फर्जी होने का आरोप लगाया. बनवारी लाल शर्मा ने आरोप लगाया कि जिस फर्म को ठेका दिया गया है, उस फर्म के पार्टनरशिप में पीएचईडी विभाग का एक बड़ा अधिकारी भी शामिल है.
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कमेटी में ये अधिकारी है शामिल...