जयपुर.मिनी सचिवालय स्थित न्यायलय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में वकीलों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग पालन नहीं करने और सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए लंबी कतारों को देखते हुए 5 नए कोर्ट खोले गए हैं. यहां से सीज की गई गाड़ियां छुड़ाई जा सकती है. न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट में गुरुवार को व्यवस्था सुधरी हुई नजर आयी.
मिनी सचिवालय स्थित न्यायालय मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 27 से 29 में बुधवार को सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए वकीलों की भीड़ देखी गई. यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई. मोबाइल मजिस्ट्रेट कोर्ट मिनी सचिवालय में बने हुए हैं और ये कोर्ट छोटे हैं और एक साथ वकीलों के पहुंचने से भीड़ जमा हो जाती है.
साथ ही गैलरी भी बहुत छोटी है. इसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग रखने की जगह नहीं होती है. इसके कारण बुधवार को बड़ी संख्या में वकील सीज गाड़ी छुड़ाने के लिए पहुंचे थे. वकीलों ने अंदेशा जताया था कि यदि कंटेनमेंट जोन से कोई व्यक्ति कोर्ट तक पहुंच गया तो स्थिति खतरनाक हो सकती है. वकीलों की ओर से एक व्यवस्था बनाने की मांग की गई थी. इसी को देखते हुए सीज गाड़ियां छुड़ाने के लिए 5 और कोर्ट नए खोले गए. इसके कारण मिनी सचिवालय में व्यवस्था गुरुवार को सुधरी हुई नजर आई.
कोर्ट में जाने के लिए वकीलों को कतार में खड़ा किया गया और उनके बीच में सोशल डिस्टेंसिंग भी रखी गई. साथ ही दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ सुनील शर्मा और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने भी वकीलों से समझाइश की.
बार एसोसिएशन जयपुर के जनरल सेक्रेटरी सतीश शर्मा ने बताया कि जब से कोर्ट खुली है तब से व्यवस्थित तरीके से काम हो रहा है. वकीलों से आग्रह भी किया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर काम किया जाए. सतीश शर्मा ने कहा कि कोर्ट के बाहर जो गैलरी है वो छोटी है जिसके कारण ऐसा लगता है कि वकील सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. मोबाइल मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 29 में 29 थाने हैं और इसमें फाइलों की संख्या भी ज्यादा है. यहां वर्क लोड को कम करने के लिए कोर्ट की 3 हजार फाइलें दूसरी जगह स्थानांतरित करवाई गई है.