बीकानेर. केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली में धरने पर बैठे हैं. वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान में 4 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी सियासत तेज कर दी है. शनिवार को किसान सम्मेलन के बहाने कांग्रेस ने प्रदेश की 4 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के प्रचार का आगाज किया.
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कांग्रेस ने सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को ध्यान में रखकर बीकानेर और चूरू जिले के सीमावर्ती गांव धनेरू में किसान सम्मेलन का आयोजन किया. सुजानगढ़ से सटे सीमावर्ती गांव में आयोजित किसान सम्मेलन पूरी तरह से कांग्रेस के उपचुनाव प्रचार को लेकर रहा. सम्मेलन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी संबोधित किया.
गहलोत ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र का यह रूप पहले कभी नहीं देखा गया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध और प्रदर्शन का अधिकार होता है और हर किसी को अपनी बात कहने का मौका भी मिलता है, लेकिन अब हालात बदल गए हैं और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है.
किसानों की आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है: गहलोत
गहलोत ने कहा कि जिस तरह से किसानों की आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है, वह पूरा देश देख रहा है. किसानों की पीड़ा का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि केवल कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए इस तरह का कानून लाया गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने आने वाले उपचुनाव में कांग्रेस को साथ देने की बात भी कही. साथ ही प्रदेश में कोरोना काल में विपरीत हालातों के बावजूद भी किए काम को गिनाया.