भरतपुर. राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने सचिन पायलट को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के पद से और विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया है. इस पूरे सियासी घमासान के बीच डीग कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह बीते करीब 48 घंटे से ट्विटर पर एक्टिव हैं और समय-समय पर बयान जारी कर रहे हैं. विधायक विश्वेंद्र सिंह ने ट्विटर पर एक और बयान जारी कर कहा है कि उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने की चिंता नहीं है, बल्कि अब वह जनता के बीच रहकर और ज्यादा जनता की सेवा कर पाएंगे.
विधायक विश्वेंद्र सिंह ने ट्विटर पर अपना वीडियो जारी कर कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमारे नेता सचिन पायलट, मुझे और मेरे सहयोगी रमेश मीणा को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किया है. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कब और कहां पार्टी विरोधी या पार्टी के खिलाफ पार्टी के अहित में कोई बयान दिया, हमारी ऐसी क्या गलती है जिसकी वजह से हम लोगों को बर्खास्त किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने की चिंता नहीं है, बल्कि अब मैं जनता के बीच में रहकर और ज्यादा सेवा कर पाऊंगा.
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सम्मान की लड़ाई एक ट्वीट के माध्यम से विश्वेंद्र सिंह ने बयान में कहा कि उन्होंने इतने वर्षों तक निष्ठा के साथ कांग्रेस के साथ काम किया, लेकिन वर्तमान में हमारे नेता सचिन पायलट और हमारा जिस तरीके से अपमान किया जा रहा है, उसकी वजह से हमें यह कदम उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पद का प्रलोभन नहीं है, बल्कि वह सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं.
थोड़ा इंतजार तो करो..
राजसमंद से सांसद दीया कुमारी के एक ट्वीट का जवाब देते हुए विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि 'माना कि आपकी तारीफ के काबिल नहीं हूं मैं, आप मेरे शौक तो देखो, थोड़ा इंतजार तो करो...'. इसके जवाब में सांसद दीया कुमारी ने एक बार फिर ट्वीट किया और कहा हुकुम सत्य की राह पर बने रहने का आपका फैसला सराहनीय है. मैं आप के निर्णय का स्वागत करते हुए आपके उज्जवल भविष्य की कामना करती हूं.