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भरतपुर: सैलानियों के लिए खोला गया केवलादेव नेशनल पार्क, सिर्फ 4 सैलानी पहुंचे घूमने - park open from today

भरतपुर में स्थित केवलादेव नेशनल पार्क (Keoladeo National Park) खोल तो दिया गया, लेकिन पर्यटकों की बात की जाए तो पहले ही दिन संख्या ना के बराबर रही. हालांकि पर्यटकों (Tourists) के ना आने का सबसे बड़ा कारण कोरोना वायरस ही माना जा रहा है.

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केवला देव नेशनल पार्क खोला गया

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Published : Jun 9, 2020, 3:21 PM IST

भरतपुर.केंद्र सरकार के आदेश के बाद से होटल, रेस्टोरेंट और पर्यटक स्थलों को खोलने के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं भरतपुर में आज यानि मंगलवार (9 जून) से 'केवलादेव नेशनल पार्क' (Keoladeo National Park)को भी खोला गया है. लेकिन पर्यटक अभी केवलादेव में घूमने आने में कतरा रहे हैं. क्योंकि देश में महामारी का डर फैला हुआ है, जिसकी वजह से पहले दिन सिर्फ चार सैलानी घना पक्षी विहार में घूमने के लिए पहुंचे.

केवलादेव नेशनल पार्क खोला गया

आपको बता दें कि केवला देव नेशनल पार्क में ज्यादातर विदेशी पर्यटक आते हैंं. लेकिन इन दिनों हवाई यात्रा बंद होने की वजह भी इसका कारण माना जा रहा है. इस बारे में जब घना पक्षी विहार के डीएफओ (जिला वन अधिकारी) मोहित गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि आमतौर पर इन दिनों पर्यटक वैसे भी कम आते हैं. लेकिन करीब दो माह बाद आज से केवलादेव नेशनल पार्क खोल दिया गया है. लेकिन आज काफी कम संख्या में पर्यटक आए. गुप्ता का मानना है कि हो सकता है कि आने वाले समय में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो. लेकिन अक्टूबर से सीजन शुरू होता है, उस सीजन के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

सिर्फ 4 सैलानी पहुंचे पार्क में

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इसके अलावा भरतपुर में ज्यादातर होटल्स बंद हैं. इसलिए एक यह भी कारण हो सकता है, जिसकी वजह से पर्यटक आने में झिझक रहे हैं. लेकिन घना पक्षी विहार को खोल दिया गया है. धीरे-धीरे हालात जैसे-जैसे सुधरते जाएंगे, वैसे-वैसे सब सामान्य होता जाएगा. इसके अलावा मानसून आने वाला है, ये समय पक्षियों की ब्रीडिंग (Breeding) (प्रजनन) का समय होता है. साथ ही जिन पक्षियों ने अंडे दिए होते हैं, उनमें से भी बच्चे निकलते हैं. क्योंकि पक्षियों का जीवन मानसून के हिसाब से चलता है.

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