भरतपुर. आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा 1 जुलाई दो कुत्तों को बेरहमी से मारने का मामला सामने आया था. जिसमें कार्रवाई के बाद अब 2 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और 2 कर्मचारी सहित आबकारी विभाग के एक अधिकारी को नोटिस दिया गया है. मामला 1 जुलाई का है जब देर रात दो कुत्ते आबकारी विभाग के कार्यालय में घुस गए. जिसके बाद रात की ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया और लाठी-डंडों से बेजुबान कुत्तों पर हमला बोल दिया.
पशु क्रूरता मामले में कार्रवाई स्थानीय लोगों ने जैसे ही कुत्तों के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने कुत्तों को बचाने की कोशिश की, लेकिन गेट अंदर से बंद होने की वजह से वह उन्हें बचा नहीं पाए. आबकारी विभाग के कर्मचारियों की इस क्रूरता में एक कुत्ते की जान चली गई और एक कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. जैसे ही घटना के बारे में उप जिला कलेक्टर को पता चला तो उन्होंने तुरंत इस मामले को संज्ञान में लिया और पूरे मामले की जांच करवाई. जिसमें दोषी कर्मचारियों को सजा दी गई.
पढ़ेंः भरतपुर में कोरोना के 18 नए मामले , कुल आंकड़ा पहुंचा 1852 पार
आबकारी विभाग के कर्मचारियों की क्रूरता की खबर जब केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को पता चला तो उन्होंने भी इस मामले में दखल दिया. उन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारी से घटना की जानकारी ली. जिसके बाद टीम का गठन कर मामले की जांच की गई. जिसके बाद बेजुबानों को मौत के घाट उतारने वालो को सजा मिल पाई. इस घटना के बाद एक और तस्वीर इस मामले से जुड़ी हुई सामने आई है. कुत्ते की मौत के बाद आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने कुत्ते को कूड़े के ढेर में फेंक दिया था, लेकिन जब कर्मचारियों को लगा कि ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है तो उन्होंने कुत्ते के शव को जला दिया.
पढ़ेंःभरतपुर: कामां में पेयजल समस्या को लेकर महिलाओं का SDM को ज्ञापन
इस तस्वीर के सामने आने के बाद कोई भी आबकारी विभाग का अधिकारी इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है. बता दें कि ये दोनों कुत्ते आबकारी विभाग के कार्यालय के पास ही रहते थे और खाना मिलने की चाह में ये दोनों अकसर आबकारी कार्यालय में घुस जाते थे. लेकिन 1 जुलाई की रात को आबकारी के कर्मचारियों ने उन्हें गेट के अंदर बंद कर उनकी लाठी और डंडो से पिटाई कर दी. जिसमें एक कुत्ते की मौत हो गई और एक कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया.