अलवर. अलवर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का बड़ा मामला गुरुवार सुबह सामने आया. अलवर के किशनगढ़बास थाना अंतर्गत मोटूका चौराहे के पास एक कार चालक ने रफ्तार के जुनून में बाइक सवारों को टक्कर मार दी. इस हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई जबकि पोते का इलाज चल रहा है. शुरुआत में हादसे के बाद जब घायल किशनगढ़ अस्पताल पहुंचे तो वहां के डॉक्टरों ने तीनों लोगों को मृत घोषित कर शवों को मोर्चरी में रखवा दिया. लेकिन इस दौरान परिजनों ने बच्चे के हाथ लगाया तो उसकी सांसे चल रही थीं. जिसके बाद आनन फानन में बच्चे को अलवर रेफर किया गया. वहां भी सुधार नहीं हुआ तो उसे जयपुर रेफर कर दिया गया (Alwar Government Hospital Negligence).
अलवर के जटीयाना गांव निवासी कृष्णा देवी पत्नी रघुवीर प्रजापत अपने बेटे भजनी राम और पोते अंकुश के साथ नंगली गांव में डॉक्टर को दिखाने के लिए गई थी. वहां डॉक्टर को दिखाने के बाद तीनों बाइक से वापस घर लौट रहे थे. रास्ते में किशनगढ़बास क्षेत्र में मोटूका चौराहे के पास एक तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी चालक ने तीनों को टक्कर मार दी (Mother Son Duo Died In Alwar Road Accident). इस दौरान रघुवीर प्रजापत की मौके पर ही मौत हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने मामले की सूचना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी. करीब आधे से एक घंटे बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची. तीनों घायलों को लेकर किशनगढ़बास अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.