अलवर. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नसरू खां ने अपनी ही पार्टी के मंत्री व विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बुधवार को अलवर में मीडिया से रूबरू हुए नसरू खां ने कहा कि चारागाह व बंजर जमीनों को लोगों के नाम हस्तांतरित करने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि विधायक व मंत्री के चहेते लोग जमीनें (Nasru Khan on Irregularities in Land Allotment) हस्तांतरित कराकर खुलेआम कॉलोनीयां बसा रहे हैं व लोगों को बेच रहे हैं. ऐसे में उन्होंने सरकार से इस मामले पर संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
दरअसल, अलवर के रामगढ़ क्षेत्र, अलवर ग्रामीण विधानसभा व मालाखेड़ा व आसपास क्षेत्र में चारागाह मंदिर माफी में बंजर जमीनों को रातों रात लोगों को ट्रांसफर की गईं. तहसील व ब्लॉक स्तर पर जमीनों को चढ़ाने का काम किया गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसरू खां पहले तीन बार प्रेस वार्ता करते हुए जमीनों से जुड़े हुए दस्तावेज मीडिया को दिए. आरटीआई की मदद से लिए दस्तावेज में बड़े खुलासे हुए. उन दस्तावेजों में साफ था कि अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों की जमीन व पहाड़ विधायक व मंत्री के चहेते लोगों को दिए गए.
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ब्लॉक स्तर पर नियमों की पालना नहीं करते हुए यह पूरा खेल हुआ. बिना जिला कलेक्टर की अनुमति यह प्रकिया हुई. इस दौरान सरकारी नियमों का भी उलंघन किया गया व जमीनें ट्रांसफर की गईं. इस मामले का खुलासा होते ही सरकार की तरफ से आईएएस अधिकारी को (Nasru Khan Serious Allegation) मामले की जांच की गई. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. जिला कलेक्टर ने ट्रांसफर प्रक्रिया को भी रोक दिया. साथ ही इस मामले में तहसीलदार बाबू सहित कई कर्मचारियों को निलंबित किया गया, लेकिन उसके बाद भी जिले में खुलेआम जमीन में पहाड़ों की लूट चल रही है. करोड़ों रुपए की जमीन विधायकों ने अपने चहेतों के नाम करवा ली. इसके अलावा करोड़ों रुपये के सरकारी पहाड़ भी नाम करवा लिए गए.
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नसरू खां ने कहा कि मंत्री टीकाराम जूली ने जमीन के मामले में सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेशों की पालना नहीं की. सरिस्का के बफर जोन के नियमों सहित अन्य सरकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई. उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदार व्यक्तियों ने इस तरह के कारनामे किए. उनको ऐसा नहीं करना चाहिए. मंत्री खुद विधानसभा क्षेत्र में बनने वाली समितियों में शामिल है. उनको यह खेल रोकना चाहिए तो वहीं रामगढ़ में पूरा गिरोह इस काम में लगा हुआ है. विधायक व मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष को इस पूरे मामले की जानकारी है. उनके इशारों पर यह पूरा खेल हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस पूरे मामले पर हस्तक्षेप करते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे अलवर जिले में चल रहे बड़े खेल को रोका जा सके.