अलवर. भारत के नए एक्सप्रेस वे देश की गति को तेजी से बढ़ा रहे हैं. दिल्ली से मुंबई को जोड़ने वाला नया हाइवे दिल्ली वड़ोदरा मुंबई एक्सप्रेस वे की सौगात जल्द ही देश को मिल सकती है. इसे तैयार कर रही कंपनी को मार्च 2022 तक का टारगेट दिया गया है. भारत में सड़क परिवहन (road transport in india) की दिशा में यह क्रांतिकारी कदम होगा.
दिल्ली वडोदरा मुंबई एक्सप्रेस वे अलवर (Delhi Mumbai Expressway will pass through Alwar) से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेस वे का हाईटेंशन विद्युत लाइन और रेलवे ओवर ब्रिज को छोड़कर ज्यादातर काम पूरा हो चुका है या तेजी से चल रहा है. इस एक्सप्रेस वे के शुरू होने से उत्तर भारत सीधे तौर पर गुजरात और महाराष्ट्र से जुड़ सकेगा. दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब को महाराष्ट्र से जोड़ने वाला ये सबसे छोटा सड़क मार्ग होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट के बाद देश के लिये यह बड़ी सौगात होगी.
मार्च 2022 तक काम पूरा करने का टारगेट
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का काम तेजी से चल रहा है. वहां काम करने वाले इंजीनियर कांट्रेक्टर्स को मार्च 2022 तक काम पूरा करने के दिशा निर्देश मिले हैं. साफ है कि मार्च के बाद साल 2022 में एक्सप्रेस वे शुरू हो सकता है. केंद्र सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, जेवर एयरपोर्ट के बाद दिल्ली वडोदरा मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi Vadodara Mumbai Expressway ) को शुरू करने की तैयारी कर रही है. अलवर में एक्सप्रेस वे पर चढ़ने उतरने की दो जगह व्यवस्था की गई है. अलवर-भरतपुर मार्ग पर बड़ौदामेव के पास एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने और उतरने की व्यवस्था रहेगी. यहां टोल बनाए गए हैं. इसके अलावा अलवर के रेणी के पास भी एक्सप्रेस वे की एक लाइन को उतारा गया है. यहां भी टोल की व्यवस्था की गई है.
24 घंटे का सफर 13 घंटे में
एक्सप्रेस वे का काम तेजी से चल रहा है. करीब 1,261 किमी का यह प्रोजेक्ट करीब 1 लाख करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है. इसमें 497 किमी के हिस्से पर काम जारी है. आठ लेन के इस एक्सप्रेस वे पर सभी आधुनिक सुविधाएं हैं. इसके शुरू होने का बाद शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी 24 घंटे से घटकर 13 घंटे रह जाएगा.