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कोरोना के चलते अलवर के 1.30 लाख छात्रों के भविष्य पर लटक रही तलवार

देश में फैले कोरोना के कारण सभी स्कूल और विश्वविद्यालयों को बंद रखा गया है. कोरोना के कारण अलवर में अभी तक कॉलेजों और कोर्स के परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए गए हैं. जिसको लेकर छात्र भी चिंता में हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अभी उनके पास सरकार और यूजीसी की ओर से कोई गाइडलाइन नहीं आई है. इसलिए सारे काम रूके हुए हैं.

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कोरोना के कारण छात्रों के भविष्य पर संकट

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Published : Aug 10, 2020, 8:02 PM IST

अलवर.वैसे तो कोरोना का प्रभाव सभी वर्ग और लोगों के जीवनयापन पर पड़ा है. लेकिन अलवर में 1 लाख 30 हजार छात्रों के भविष्य पर तलवार लटक रही है. दरअसल, कोरोना के चलते मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सभी कॉलेजों और कोर्सों के परीक्षा परिणाम अभी तक जारी नहीं किए गए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अभी तक उनके पास कोई गाइडलाइन नहीं है. इसलिए छात्रों को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा.

कोरोना के चलते स्कूल और कॉलेज पूरी तरह से बंद है. चार माह से छात्र घरों में बंद है. ऐसे में कुछ कोर्स और कक्षाओं की परीक्षाएं कोरोना काल से पहले हो पाई. जबकि कुछ की होनी थी, लेकिन कोरोना के चलते सभी काम बाधित हैं. सरकार की तरफ से छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने की बात सामने आई थी, लेकिन अभी सरकार और यूजीसी की तरफ से ये साफ नहीं किया गया है कि किस आधार पर छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाएगा. इसके अलावा अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने वाले छात्रों को किस आधार पर पास किया जाएगा.

कोरोना के कारण छात्रों के भविष्य पर संकट

अलवर के मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन बड़ी संख्या में खोले जाते हैं. इनमें बीए, एमए, बीकॉम, बीएससी, एमएससी, B.Ed, एलएलबी, बीटेक सहित अन्य कोर्स में 1 लाख 30 हजार छात्रों ने इस बार परीक्षा दी थी. ऐसे में सभी छात्र परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए आवेदन करवा लिए गए हैं, लेकिन अभी तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.

कोरोना के चलते सरकार की तरफ से प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को अंतिम कक्षाओं के परिणाम के आधार पर परिणाम जारी करने की बात कही गई थी. जबकि अंतिम वर्ष और कक्षा के छात्रों के लिए अब तक की पढ़ाई के आधार पर नंबर देने के लिए कहा था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अभी तक यूजीसी और सरकार की तरफ से गाइडलाइन साफ नहीं मिली है.

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उन्होंने कहा कि किस आधार पर छात्रों को अगली कक्षा में भेजना है. इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली है. इसलिए सभी काम रूके हुए हैं. छात्रों को अभी थोड़ा इंतजार और करना होगा. इसके अलावा नए कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन मांग लिए गए हैं, लेकिन आगे की प्रक्रिया अभी रुकी हुई है. आगे मिलने वाली गाइडलाइन के आधार पर आदि का कार्य किया जाएगा.

विभिन्न कोर्स में पढ़ते हैं लाखों छात्र

मत्स्य विश्वविद्यालय के 20 से अधिक कोर्स में एक लाख 30 हजार छात्र-छात्राओं ने इस बार परीक्षा दी थी. इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर के कोर्स के अलावा B.Ed सहित अन्य को शामिल हैं.

अब भी बची हुई हैं परीक्षाएं

एलएलबी की सभी परीक्षाएं बची हुई थी. जबकि अन्य कोर्स की परीक्षाएं भी होना बाकी था, लेकिन कोरोना के चलते सभी परीक्षाएं पूरी तरीके से बाधित है.

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