अलवर.9 नवंबर 2019 को गंगाराम उम्र 60 साल निवासी रामपुरा रोड ने पुलिस को लिखित शिकायत दी, कि मेरा पुत्र राजेंद्र कुमार 3 से 4 दिन पहले दोजी और गुलाब निवासी रेणी के साथ घर से गया था. उसके बाद राजेंद्र का शव ब्राह्मण के कुएं में पड़ा हुआ मिला. इस मामले में डेढ़ साल तक पुलिस हत्यारों की तलाश करती रही. लेकिन पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी. डेढ़ साल बाद पुलिस ने राजेंद्र के चचेरे भाई लोकेश को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया, लोकेश मृतक राजेंद्र का चाचा भाई है. राजेंद्र के घर पर अक्सर आता जाता था. राजेंद्र की शादी साल 2013 में हुई और राजेंद्र शराब पीने का आदी था. शराब पीकर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था. इस दौरान लोकेश राजेंद्र की पत्नी का पक्ष लेता था, जिससे राजेंद्र की पत्नी और लोकेशन के बीच नज़दीकियां बढ़ गई. धीरे-धीरे दोनों में प्रेम शुरू हुआ.
यह भी पढ़ें:अजमेर: घर में घुसकर युवती का अपहरण, पिता की बेहरमी से की पिटाई
साल 2014 से लोकेश और राजेंद्र की पत्नी के बीच अवैध संबंध हुए. उसके बाद वो अक्सर जब भी समय मिलता बात करते थे और मौका मिलने पर अवैध संबंध बनाते थे. राजेंद्र मजदूरी के साथ चोरी भी करता था. कई बार वो घर से बाहर भी रहता था. राजेंद्र शराब के नशे में पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट करता था. ऐसे में लोकेश को बुरा लगता था. इस बीच राजेंद्र को टीवी की बीमारी हुई. राजेंद्र की पत्नी अपनी बहन और जीजा के घर दिल्ली जाकर उसका इलाज कराना चाहती थी. दिल्ली इलाज में तीन से चार महीने का समय लग सकता था.