अलवर. कोरोना के साथ जिले में अब डेंगू का प्रभाव भी नजर आने लगा है. बीते 1 सप्ताह के दौरान डेंगू का प्रकोप बढ़ा है. अक्टूबर माह में डेंगू के 80 मामले सामने आए हैं. ऐसे में अब तक जिले में डेंगू के 124 मामले सामने आ चुके हैं. इसके अलावा चिकनगुनिया के 47 और मलेरिया के 14 नए मामले सामने आए हैं.
शहर की पॉश कॉलोनियों में लगातार डेंगू का प्रभाव बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों की प्लेटलेट्स कम होने की शिकायतें भी हो रही हैं. प्रशासन की तरफ से अभी तक फागिंग नहीं करवाई गई है. शहर में फागिंग की जिम्मेदारी नगर परिषद की होती है. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फागिंग कराई जाती है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी तक एंटी लारवा एक्टिविटी भी शुरू नहीं हुई है. ऐसे में लगातार डेंगू का मच्छर अपना प्रभाव दिखा रहा है.
जिले में अक्टूबर के 19 दिनों में डेंगू के 80 केस बढ़ गए हैं. इनमें सबसे ज्यादा मामले रामगढ़ और मालाखेड़ा क्षेत्र में आए हैं. इस महीने में चिकनगुनिया के 25 मरीज, डेंगू के मामले इस साल बीते साल की तुलना में ज्यादा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा जाता है.
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हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने घरों में खुले बर्तनों में पानी नहीं भरें, परिंडे पशुओं की थैलियों टंकियों को सप्ताह में एक बार साफ करने की बात कही है. इसके अलावा कूलर में पानी अगर भरा है, तो उसे तुरंत साफ करें, घर के आसपास क्षेत्र में नाली और गड्ढों में पानी जमा नहीं होने दें, जिन जगहों पर पानी जमा है, वहां पानी में काला तेल डालें जिससे डेंगू के मच्छर का लारवा तुरंत मर सके.