अजमेर.केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत शुक्रवार को अजमेर में बीजेपी प्रत्याशी भागीरथ चौधरी के समर्थन में बीजेपी अनुसूचित जाति महासम्मेलन में शिरकत करने आए थे. इस दौरान हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि राहुल की कार्यशैली सड़क से संसद तक सबने देखी है. विरोधी पक्ष की पार्टी सबसे पुरानी पार्टी है. उसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी संसद में कभी गले पड़ते हैं, कभी आंख मारते हैं, तो कभी इशारे करते हैं. यह किसी अच्छे सांसद के लक्षण नहीं है. मुझे लगता है कि ऐसे लोगों की संसद में जरूरत नहीं है.
मंत्री थावरचंद गहलोत से प्रियांक शर्मा की खास बातचीत सम्मेलन में उन्होंने अनुसूचित जाति के लोगों के लिए कहा कि कांग्रेस ने बाबा भीमराव अंबेडकर का कभी सम्मान नहीं किया. बीजेपी ने बाबा भीमराव अंबेडकर को ना केवल सम्मान दिया बल्कि उनसे जुड़ी यादों को भी संजोकर पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया. इसलिए अनुसूचित जाति वर्ग कांग्रेस के लिए वोट बैंक नहीं रहा है.ईटीवी से विशेष बातचीत में कांग्रेस की न्याय योजना की घोषणा के सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की कांग्रेस और उससे पहले उनके परिवार की कांग्रेस इस वर्ग पर हमेशा से अन्याय और अत्याचार ही करवाती रही है. 1971 में इंदिरा गांधी ने कहा था कि हम गरीबी हटाएंगे. लेकिन आज तक देश से गरीबी नहीं हटी. देश की जनता को कांग्रेस से न्याय की कोई अपेक्षा नहीं है. न्याय की अपेक्षा नरेंद्र मोदी से है. मोदी ने अपेक्षा को पूरा करने का प्रयास भी किया है और आगे भी करेंगे.उन्होंने कहा कि भाजपा ने विकास की बात से ही शुरुआत की थी. लेकिन कांग्रेस के पास विकास के लिए कुछ कहने को नहीं था, इसलिए कांग्रेस ने ऐसा माहौल बनाया कि देश विरोधी गतिविधियों में संलग्न रहने वाले लोगों को कांग्रेस ने संरक्षण दिया. पाकिस्तान जिंदाबाद लगाने वाले लोगों का कांग्रेस ने साथ दिया. इस कारण से देश में यह वातावरण बना है और देश की जनता ने देखा है कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद विरोधी पक्ष के लोगों ने गलत प्रतिक्रियाएं शुरू की. जिस कारण अब देश की जनता राष्ट्रवादी सोच के साथ है. राम मंदिर निर्माण धारा 370 और धारा 35ए के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर बीजेपी ने बहुत काम किए हैं. लेकिन कांग्रेस ने हमेशा इसका विरोध किया है. उन्होंने कहा कि इन 5 सालों में इन मुद्दों पर भी काम हुए हैं. कोर्ट का फैसला या सर्वसम्मति से फैसला होते ही राम मंदिर का निर्माण भी शीघ्र शुरू हो जाएगा.