नसीराबाद(अजमेर). उपखंड के दिलवाड़ा गांव निवासी एक 60 साल की बुजुर्ग महिला ने इंसिडेंट कमांडर एवं उप जिला मजिस्ट्रेट राकेश कुमार गुप्ता को प्रार्थना पत्र देकर अपने बेटे को नसीराबाद क्वॉरेंटाइन सेंटर से छोड़ने की गुहार लगाई है. बुजुर्ग समृद्धि देवी ने प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका इकलौता बेटा रतन नसीराबाद दवा लेने के लिए आया था. जिसे नसीराबाद सिटी थाना पुलिस ने पकड़ कर 5 मई को नसीराबाद में क्वॉरेंटाइन कर दिया.
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बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसका बेटा उसी के लिये दवाई लेने के लिए गया था. वहीं उसके बुढ़ापे का एकमात्र सहारा है. जिसे सिटी थाना पुलिस ने जबरन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा हुआ है. महिला ने बताया कि उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है. जिसके चलते उसकी तबीयत भी लगातार खराब हो रही है. घर पर पालतू पशुओं की देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है. खेतों में फसल भी खराब हो रही है.
महिला ने इंसिडेंट कमांडर एवं उप जिला मजिस्ट्रेट से उसके निर्दोष बेटे को छोड़ने की मांग की. जिस पर इंसीडेंट कमांडर ने महिला के बेटे के कोरोना जांच रिपोर्ट आते ही छोड़ने का भरोसा दिया. जिसके बाद बुजुर्ग महिला के आंसू छलक उठे.