अजमेर. महाशिवरात्रि के मौके पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का शिव मंदिरों में ताता लगा रहा, तो वहीं अरावली पहाड़ियों के बीच प्राचीन झरनेश्वर महादेव मंदिर पर सुबह 4 बजे से ही लोगों की भगवान शिव के दर्शन करने के लिए लंबी कतारें देखने को मिली. बता दें की झरनेश्वर महादेव मंदिर मराठा काल का मंदिर है. जहां मराठा काल से पूजा अर्चना की जा रही हैदरगाह बाजार अंदरकोट स्थित प्राचीन झरनेश्वर महादेव मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द का एक प्रतीक है.
जहां झरनेश्वर मंदिर से कुछ ही दूरी पर ही विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह है. जहां मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता बना रहा तो वहीं सुबह से दूध और पुष्प चढ़ाने वाले श्रद्धालु लाइन में लगे नजर आए. ईटीवी भारत की खास बातचीत में श्रद्धालुओं ने जानकारी देते हुए बताया कि काफी सालों से वह इस मंदिर पर आ रहे हैं, जो काफी प्राचीन है मंदिर पर सभी संप्रदाय के लोग पहुंचते हैं. बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने कार्य को शुरू करते हैं.
सेवादारी पीयूष गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से ही भक्तों का ताता बना रहा जहां 6 बजे महाआरती का आयोजन किया गया जिसके बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में आवाजाही को शुरू कर दिया गया जो रात 11 बजे तक इसी प्रकार जारी रहेगा रात 12 बजे महा आरती के बाद शिवरात्रि का समापन हो जाएगा , वही ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर पूरे मन से भगवान शिव की आराधना की जाए तो भक्तों की मनोकामना भी पूर्ण होती है.