अजमेर. बीजेपी में नेता खुद आपस में लड़ रहे हैं और कांग्रेस पर सवाल उठा रहे हैं. प्रदेश में सत्ता और संगठन का बेहत्तर समन्वय है. माकन ने लिस्ट प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से ली है. यह कहना है वन मंत्री सुखराम बिश्नोई का. विश्नोई बुधवार को अजमेर में थे यहां उन्होंने घर-घर औषधि मुख्यमंत्री के अभियान को लेकर जिला स्तर पर वन विभाग के अधिकारियों की समीक्षात्मक बैठक ली. खास बात यह रही कि सर्किट हाउस पहुंचने पर महेंद्र सिंह रलावता के अलावा कोई स्थानीय बड़ा नेता वहां मौजूद नहीं था.
बुधवार को वन मंत्री सुखराम बिश्नोई का अजमेर दौरा रहा. इस दौरान पूर्व प्रदेश सचिव महेंद्र सिंह रलावता के अलावा स्थानीय कोई बड़ा नेता वहां मौजूद नहीं था, जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ सर्किट हाउस में मंत्री सुखराम बिश्नोई के मुलाकात का कार्यक्रम था. इस दौरान रलावता गुट ही नजर आया. अजमेर शहर निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती, राजकुमार जयपाल नहीं आए, इससे स्थानीय कांग्रेस में गुटबाजी साफ दिख रही है.
सर्किट हाउस में बातचीत के दौरान वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि वन विभाग की ओर से औषधीय पौधों का घर-घर वितरण करने का कार्यक्रम आगामी दिनों में रखा है. जिले में आधे घरों में इस वर्ष 4 किस्म के आठ पौधे वितरित करवाए जाएंगे. इनमें अश्वगंधा, गिलोय, कालमेघ और तुलसी के पौधे शामिल हैं. पिछले कोरोना का काल में लोगों ने इन पौधों की महत्वता को महसूस किया. इस दौरान कई लोगों ने गिलोय का काढ़ा पिया. लोगों की बढ़ती रूचि को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रो में घर घर औषधि के लिए निशुल्क पौधे वितरित किए जाएंगे.
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