अजमेर. अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर माहौल बिगाड़ने (Controversial remark by Khadim) वाले आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट डालने वाले लोगों से पल्ला झाड़ लिया है. कमेटी के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से हमेशा अमन, सद्भाव और शांति का संदेश जाता रहा है. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो डालने वालों से अंजुमन कमेटी का कोई सरोकार नही है (Ajmer Dargah On Viral Video). कमेटी ने खादिम समुदाय से जुड़े लोगों से अपील भी की है कि वह सोशल मीडिया पर किसी तरह की बयानबाजी न करें.
ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सदर गुलाम किबरिया ने बयान जारी कर कहा (Anjuman Committee Of Ajmer Sharif) कि खादिम समुदाय से जुड़े लोग सोशल मीडिया पर गलत व आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट न डालें. किबरिया ने कहा कि संस्था के सभी पदाधिकारी पैगम्बर मोहम्मद साहब को मानने वाले हैं. खादिम समुदाय के लोगों को यदि किसी बात को लेकर कुछ कहना है तो वह संस्था के जिम्मेदार लोगों से बातचीत कर सकते हैं लेकिन खुद अपने स्तर पर बयानबाजी से परहेज करें. उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से हमेशा अमन, शांति और सद्भावना का संदेश दिया जाता रहा है. किबरिया ने कहा कि हमें ऐसी कोई बात नहीं करनी है जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े और देश दुनिया में हमारी बदनामी हो.
अंजुमन कमेटी के सेक्रेटरी सरवर चिश्ती ने खादिम बिरादरी और कौम से अपील की है कि ऐसा कोई भी वीडियो और पोस्ट सोशल मीडिया पर न डालें जिससे माहौल खराब हो और माहौल बिगड़े. चिश्ती ने कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो या पोस्ट डालने पर वो व्यक्ति स्वंय जिम्मेदार होगा जिसने पोस्ट डाली है. उन्होंने यह भी कहा कि वो लोग जो हर ऐसी हरकत को लेकर अंजुमन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, समझ लें कि इसमें अंजुमन कमेटी की कोई जिम्मेदारी नहीं है. चुनाव के बाद कमेटी को बने हुए महज 7 दिन हुए हैं. कमेटी बिरादरी की उम्मीदों पर खरी उतरेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर चैट ग्रुप में एडमिन भी आपत्तिजनक पोस्ट और वीडियो डालने से बचें. इसके बावजूद भी यदि कोई सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट डालता है तो उसका जिम्मेदार वह खुद होगा.