अजमेर.जिले के माखुपुरा क्षेत्र में रहने वाली माया नाम की महिला के 3 साल के पुत्र की मौत के बाद जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के मोर्चरी पर विवाद की स्थिति बन गई. जानकारी के अनुसार माया का 3 वर्षीय पुत्र उसके साथ ही रहता था और वो अपने पति से 1 साल से अलग रह रही थी.
अजमेर में 3 वर्षीय मासूम की मौत मृतक की मां माया ने जानकारी देते हुए बताया कि उसका बेटा शाम को अपने घर की सीढ़ियों से अचानक गिर गया और उसके मुंह पर चोट लग गई. जिसके चलते वह अचेत हो गया. उसने बच्चे को अस्पताल में दिखाया, लेकिन मासूम की हालत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी. जब वह मासूम बच्चे को लेकर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंची तो डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
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वहीं माया ने जानकारी देते हुए बताया कि इसकी जानकारी उसने अपने परिवार को दी, लेकिन परिवार का कोई भी सदस्य उसके पास नहीं पहुंचा. डॉक्टर की ओर से बच्चों को मृत घोषित करने के बाद मासूम का शव मोर्चरी में रखवा दिया गया. जिसके बाद उसका पति सुनील भी वहां पहुंचा और उसने माया पर मासूम की हत्या का आरोप लगाया.
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जहां सुनील ने कहा कि लगभग एक साल से माया और किसी व्यक्ति के साथ रह रही है. इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है. आदर्श नगर थाने के एएसआई बाबूलाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पति पत्नी पर आरोप जरूर लगा रहा है, लेकिन अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. वहीं मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.