धरियावद(प्रतापगढ़).उपखंड के नया बोरिया पंचायत में कुमारी गांव में आज भी लोग पानी के लिए मोहताज हैं. वहीं, हैण्डपम्प बंद होने के कारण महिलाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. लोग दूर-दूर तक पानी के लिए इस प्रचंड गर्मी में भटक रहे हैं और नदियों व तालाबो में भी पानी नहीं होने से लोगों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह में महिलाएं मनरेगा में काम करने जाती हैं और घर वापसी में उन्हें पानी नहीं मिलती.
प्रतापगढ़ : धरियावद के इस गांव में पानी की बूंद-बूंद को तरसते लोग, जलदाय विभाग पर उठे सवाल
उपखंड के नया बोरिया पंचायत में कुमारी गांव में लोग आज भी लोग पानी के लिए मोहताज हैं. जिसे लेकर मंगलवार को महिलाओं का गुस्सा जलदाय विभाग के प्रति फूटा और महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की. उनका कहना है कि करीब चार-पांच महीनों से एक नहीं बल्कि तीन हैण्डपम्प बंद पड़े हुए हैं.
महिलाएं आस-पड़ोस में पानी को ढूंढती हैं. प्रशासन की लापरवाही और मुक दर्शक जलदाय विभाग द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादे खोखले साबित हो रहे हैं. इसी तरह ईटीवी भारत ने पहले लोहागढ़ पंचायत में हैण्डपम्प बंद की समाचार प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद जलदाय विभाग हरकत में आया था. आज यह मामला नया बोरिया पंचायत के कुमारी गांव का है. स्कूल फला में करीब तीन हैण्डपम्प बंद पड़े हुए हैं. जिसकी वजह से महिलाएं भटक-भटक कर दूरदराज से पानी लेकर आती हैं.
जलदाय विभाग के कार्यवाहक सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार पंचोली ने बताया कि धरियावद तहसील में 38 ग्राम पंचायत में महज 15 हैण्डपम्प मिस्त्री हैं. हैण्डपम्प की समस्या ग्राम पंचायत के अधीन है. शिकायत आने पर साम्रग्री व मिस्त्री की व्यवस्था की जाती है. क्षेत्र में खराब हैण्डपम्प भी शीघ्र मरम्मत कराने की बात कही है.