जयपुर.कोरोना संक्रमण (corona infection) काल में प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं (electricity consumers) को सरकार ने एक ओर झटका दिया है. बिजली के बिलों (electricity bill) को समय पर जमा नहीं कराने पर लगने वाला विलंब शुल्क (electric late fee) सरकार ने माफ तो किया है, लेकिन बिजली उपभोक्ताओं को इस माफी का फायदा बिल भुगतान के समय नहीं मिलेगा. बल्कि अगले बिजली के बिल में विलंब शुल्क की राशि उपभोक्ता के पक्ष में समायोजित होगी. मतलब 25 जून तक बकाया बिजली बिल का भुगतान करने के दौरान विलंब शुल्क की राशि भी जमा करानी होगी, लेकिन यह राशि अगले बिजली के बिल में डिस्काउंट समायोजित करके उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिलेगा.
उपभोक्ताओं को रही यह गफलत
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते डिस्कॉम (discom) ने मई माह में औसत बिजली के बिल जनरेट किए थे, लेकिन यह बिल वर्चुअल तरीके से ही बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंचाए गए. मतलब मोबाइल मैसेज और बिजली मित्र एप से, लेकिन जो उपभोक्ता इसका इस्तेमाल नहीं करते थे, उन्हें अपने बिजली बिल की जानकारी नहीं मिल पाई और संक्रमण के चलते उन्होंने जमा भी नहीं कराए. इस बीच सरकार ने बिजली के बकाया बिल की संपूर्ण राशि 25 जून तक जमा कराने पर विलंब शुल्क की छूट दी, लेकिन अब सामने आया है कि यह विलंब शुल्क 25 जून के बाद जारी होने वाले बिजली के बिल की राशि में समायोजित होंगे. वहीं, 25 जून तक भी यह छूट केवल 20 हजार रुपए की बकाया बिल राशि तक पर ही थी.
सॉफ्टवेयर में ऑप्शन नहीं होने से भरना होगा विलंब शुल्क
डिस्कॉम की ओर से बिजली बिल जनरेट (generate electricity bill) करने के लिए जिस सॉफ्टवेयर सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें विलंब शुल्क का ऑप्शन हटाने का विकल्प नहीं है. इसलिए डिस्कॉम ने उपभोक्ताओं कुछ जारी किए गए बिल में विलंब शुल्क की राशि भी जोड़कर भेजी है. हालांकि विलंब शुल्क की राशि बिजली के बिल में देखकर उपभोक्ता सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन आदेश सरकार का है, जिसकी फालना डिस्कॉम को हर हाल में करना ही है. लिहाजा अगले बिल में विलंब शुल्क की, जो राशि इस बार वसूली की गई है, उसका समायोजन कर दिया जाएगा.
अब विलंब शुल्क लगकर आ रहे बिल
उपभोक्ताओं का यह भ्रम उस समय दूर हुआ, जब उनके घर बिजली के बिल पहुंचे और उसमें विलंब शुल्क की राशि भी अंकित थी. जानकारी जुटाई तो डिस्कॉम अधिकारियों ने सब कुछ साफ किया. हालांकि बिजली उपभोक्ताओं का दर्द यह है कि जब जन अनुशासन लॉकडाउन में अधिकतर प्रतिष्ठान दुकानें खुली ही नहीं तो फिर एवरेज बिल भी अधिक राशि के आए हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं के आर्थिक हालात और खराब हो गए हैं. वहीं डिस्कॉम अधिकारियों का कहना है कि बिलों में जहां भी सुधार की आवश्यकता होगी, उपभोक्ताओं की शिकायत पर उसमें आवश्यकतानुसार सुधार किया जाएगा.
4 हजार उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर अपडेट नहीं
मई माह में डिस्कॉम ने एवरेज बिल जारी किए हैं, वह भी वर्चुअल तरीके से. कई उपभोक्ता शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें बिल नहीं मिले हैं, लेकिन जयपुर सर्कल डिस्कॉम एसई इसके एसके राजपूत का कहना है कि जयपुर सिटी सर्किल में ही कुल 9 लाख 22 हजार उपभोक्ताओं में से 9 लाख 18 हजार उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर डिस्कॉम में अपडेट है और उन्हें मोबाइल मैसेज के जरिए उनके बिल की जानकारी दी गई है. वहीं, जयपुर सिटी में ही करीब 5 लाख उपभोक्ताओं ने बिजली मित्र ऐप भी डाउनलोड किया है, जिसके जरिए हर महा बिजली का बिल देखा जा सकता है और जमा भी ऑनलाइन कराया जा सकता है. मतलब 4 हजार उपभोक्ता ही ऐसे हैं, जिनके मोबाइल डिस्कॉम के पास अपडेट नहीं है.