विदिशा। एक तरफ गंदगी के अंबार के बीच मवेशियों का जमावड़ा तो दूसरी तरफ एक बेड पर 3 से 4 महिलाएं, एक बार तो यकीन ही नहीं होगा कि यह नजारा किसी अस्पताल का हो सकता है, लेकिन यह अस्पताल ही है और वो भी जिला अस्पताल, जो सिर्फ हॉस्पिटल की स्थिति की नहीं, बल्कि अपने बीमार सिस्टम की सच्चाई को उजागर कर रहा है.
खुद बीमार है विदिशा जिला अस्पताल, मरीजों को कैसे मिलेगा इलाज - condition of hospital vidisha
विदिशा जिला अस्पताल में सुविधाओं का इस कदर अकाल पड़ा है कि एक ही बेड पर 3 से 4 मरीजों को इलाज कराना पड़ रहा है, तो कुछ मरीज जमीन पर लेटने को मजबूर हैं.
बीमारू सिस्टम की यह तस्वीर मध्यप्रदेश के विदिशा जिला अस्पताल की है, जहां सुविधाओं का इस कदर अकाल पड़ा है कि एक ही बेड पर 3 से 4 मरीजों को इलाज कराना पड़ रहा है, तो कुछ मरीज जमीन पर लेटने को मजबूर हैं. 35 वर्षीय कैलाशी बाई 20 किलोमीटर दूर से अपनी मां का इलाज कराने आई है. उन्हें लगा कि जिला अस्पताल में उन्हें अच्छा इलाज मिलेगा, लेकिन यहां तो उन्हें ऐसा बेड दिया गया, जिसमें पहले से तीन मरीजों का इलाज चल रहा था.
वहीं अस्पताल के हाल बेहाल होने की बात जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी केके नागवंशी से की गई, तो पहले तो उन्होंने इसे छोटी समस्या करार दिया, फिर सफाई के सवाल पर नगर पालिका पर अपना ठीकरा फोड़ते नजर आए. फिलहाल जिम्मेदार तो अपना-अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं, तो वहीं बारिश के मौसम में अस्पताल के पास लगा गंदगी का अंबार मरीजों को ठीक होने के बजाय और ज्यादा बीमार कर रहा है, हालांकि अस्पताल के हालात कब तक सुधरेंगे यह तो वक्त ही बताएगा.