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अच्छी पहल: बेटियों के नाम से घर की पहचान, गांव में लगे 600 बोर्ड - Prime Minister's Residence india

जिले के चंदिया नगर पंचायत परिषद क्षेत्र में एक नई पहल शुरू की गई है. जिसमें यहां बने प्रधानमंत्री आवास के सामने घर की बेटी का नाम लिखा जा रहा है. यह पहल चंदिया नगर पंचायत परिषद के सीएमओ राजेश महतेल ने शुरू की है.

Names of daughters
बेटियों के नाम

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Published : Mar 18, 2021, 8:47 PM IST

उमरिया।घरों के सामने अब तक घर के मुखिया के नाम का ही साइन बोर्ड लगाया जाता रहा है, लेकिन जिले के चंदिया नगर पंचायत परिषद क्षेत्र में एक नई पहल शुरू की गई है. जिसमें यहां बने प्रधानमंत्री आवास के सामने घर की बेटी का नाम लिखा जा रहा है. यह पहल चंदिया नगर पंचायत परिषद के सीएमओ राजेश महतेल ने शुरू की है. बेटियों को समाज में महत्व दिलाने के लिए उन्होंने यह पहल शुरू की है, जिसकी नगर में खूब प्रशंसा भी की जा रही है. वहीं, अब तक चंदिया नगर पंचायत परिषद के लगभग 600 आवासों पर घर की बेटी के नाम का साइन बोर्ड लगाया जा चुका है.

  • बेटियों को समाज में आगे बढ़ने के लिए पहल

चंदिया नगर पंचायत में अब तक कुल 740 प्रधानमंत्री आवास बनकर तैयार हुए हैं. इन आवासों में रहने वाले लोग इस बात से खुश हैं कि घर के सामने उनकी बेटियों के नाम लिखे जा रहे हैं. वहीं, बेटियां भी इस बात पर गर्व महसूस कर रही हैं कि अब उन्हें बराबरी का दर्जा मिल गया है. इस पहल को लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेश महतेल का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास के सामने नाम बेटियों का नाम लिखवाने का विचार उनके मन में काफी समय से था, वे चाहते थे कि बेटियों को न सिर्फ घर में ही नहीं बल्कि समाज में भी महत्व मिले. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास में वह गरीब तबके के लोग रहते हैं जो बड़ी मुश्किल से बेटे को पढ़ा पाते हैं इसलिए उन्होंने सोचा कि जब बेटियो का नाम घर के आगे लिखे जाएंगे तो उनका महत्व बढ़ेगा और माता-पिता उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचेंगे.

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  • घर के आगे अपना नाम सुनकर अच्छा लगता है: बेटियां

अपने घर के बाहर खुद का नाम लिखे जाने पर एक बेटी सुंदरी रैदास बहुत खुश है. सुंदरी ने कहा है कि उसने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह घर के सामने कभी उसका भी नाम लिखा जाएगा. वे सोचती थी कि घर के बाहर सिर्फ पिता या बड़े भाई का ही नाम लिखा जाता है. वहीं, इन आवासों में रहने वाली एक और बेटी रेनू साहू का कहना है कि घर के बाहर उनका नाम लिखा गया है और अब उसके घर को लोग रेनू साहू का घर कहने लगे हैं यह सुनकर उसे बहुत अच्छा लगता है.

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