उमरिया। औरंगाबाद रेल हादसे में मारे गए 16 मजदूरों में से पांच मजदूर उमरिया जिले के थे. मजदूरों का शव आज ट्रेन के जरिए उमरिया पहुंचा, जहां से उन्हें उनके पैतृक गांव पहुंचाय गया और मजदूरों का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पूरे गांव का नजारा गमगीन थी. मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
मजदूरों का पैतृक गांव में किया गया अंतिम संस्कार ये भी पढ़ेंः एक साथ 11 शवों को देखकर छलक पड़े आंसू, नम आंखों से दी गई मजदूरों को श्रद्धांजलि
मृतक मजदूर उमरिया जिले के मानपुर ब्लॉक के तहत आने वाले चिल्हारी और जमड़ी ममान के थे. प्रशासन ने परिजनों की मौजूदगी में मृतक मजदूरों का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने कहा कि मृतक मजदूरों के परिवार के साथ पूरा शासन और प्रशासन खड़ा हुआ है, उनकी मदद के लिए शासन ने अधिकारियों को निर्देशित किया है. ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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एसपी ने कहा कि घटना बेहद दुखद है, मृतक मजदूरों के शवों को पूरी सुरक्षा के साथ उमरिया से गांव में लाया गया है. उन्होंने कहा कि घटना से सभी गमगीन है. लेकिन प्रशानिक स्तर पर सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया. मजदूरों के शव जैसे ही उनके गांव पहुंचे सभी की आंखे नम हो गई. बता दें कि ये सभी मजदूर जालना में स्टील फैक्ट्री में काम करते थे. जो अपने घर वापस आने के लिए पैदल ही चले थे. लेकिन औरंगाबाद के पास ट्रैन हादसे में उनकी मौत हो गई. मारे गए 16 मजदूरों में पांच मजदूर उमरिया के थे तो 11 मजदूर शहडोल जिले के थे.