उज्जैन।जिले में अंतरराष्ट्रीय सुजलाम जल महोत्सव सम्मेलन के उदघाटन सत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आने वाले समय में जल के महत्व और जल के दोहन को लेकर चिंता जाहिर की.सीएम ने कहा पेड़ पौधे हैं तो नदिया हैं. धरती, मिट्टी, जल, आकाश वायु का संतुलन बनाए रखना जरूरी है. इसका संतुलन बिगड़ा तो बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है. तीसरा विश्व युद्ध भी पानी के कारण सम्भव है. मेरा झगड़ा सीए हाउस में काम करने वालों से बिजली बचाने को लेकर होता है. जहां जरुरत नहीं होती बिजली बंद करवा देता हूं. ये भी सोचते हैं केसा सीएम है. एक लट्टू के कारण झगड़ता है.
600 से अधिक जलविद् हुए शामिल:उज्जैन में 3 दिवसीय जल संरक्षण पर केंद्रित सम्मेलन में विद्वान जल को बचाने तथा भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने सहित नदियों में सुख रहे स्रोत बर्फीले पहाड़ और हिमालय से निकलने वाली नदियों पर मंथन करेंगे. सुजलाम आयोजन में एमपी के 2 मंत्री मौजूद मंत्री उषा ठाकुर, मंत्री मोहन यादव साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और सांसद अनिल फिरोजिया के साथ अन्य नेता भी शामिल हुए.