उज्जैन । बुधवार को उज्जैन के बृहस्पति भवन में उज्जैन पंचवर्षीय विकास योजना की बैठक रखी गई. इस बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस बैठक में उज्जैन नगर पालिक निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए उज्जैन की पंचवर्षीय विकास योजना के बारे में जानकारी दी.
बैठक में डॉ. मोहन यादव ने दिए दिशा-निर्देश
उच्च शिक्षा मंत्री और विधायक ने पंचवर्षीय विकास योजना की बैठक में अपने-अपने सुझाव दिए साथ ही अधिकारी को इससे जुड़े दिशा-निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि धनराशि का सदुपयोग किया जाए और सिध्दवट पर पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए. चरक अस्तपाल के सामने मैदान में किसी भी प्रकार का निर्माण न हो , जिससे समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें. इस कड़ी में उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जहां ज्यादा भीड़ रहती है, उन चौराहों का विस्तारीकरण किया जाए. वन्यजीवों को बचाने के लिए रेस्क्यू सेन्टर और एक चिड़ियाघर भी बनाया जाए. खान नदी का गन्दा पानी शिप्रा नदी में न आ सके इसलिए खान नदी पर पंथपिपलई और राघौपिपल्या के समीप स्टापडेम बनाया जाए. आगे औद्योगिक विकास एवं रोजगार विषय पर चर्चा करते हुए डॉ.यादव ने कहा कि नागझिरी के पास सोयाबीन प्लांट परिसर में एक युनिट तैयार की जायेगी जिससे लगभग 9 हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा. नगर निगम सीमा क्षेत्र के आसपास के गांव में शासकीय भूमि को अधिग्रहित की जाए.
भविष्य में शहर के विकास पर हुई चर्चा
बैठक में बताया गया कि नए उद्योग लगाने के लिए उद्योगपतियों से लगभग 650 आवेदन आ चुके हैं. उद्योग लगाने के लिये शीघ्र ही कार्रवाई की जा रही है. बैठक में नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने बताया कि ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत एवं पर्यटन स्थलों का संरक्षण और संवर्धन, शहरी मूलभूत सुविधाएं, आधारभूत शहरी अधोसंरचना विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन, औद्योगिक विकास एवं रोजगार, प्रशासनिक सेवा प्रदाय, समावेश विकास आदि बिन्दुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी. जनप्रतिनिधियों ने उक्त बिन्दुओं पर अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. इस बैठक में एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, यूडीए सीईओ श्री एसएस रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे.