उज्जैन।हिंदुस्तान ने वैज्ञानिक तरक्की के जरिए भले ही दुनियाभर में अपनी मजबूत पहचान बना ली है, लेकिन आज भी कई ऐसी परंपराएं हैं जिसे लोग जान पर खेलकर निभाते आ रहे हैं. ऐसी ही परंपरा उज्जैन के भिडावद गांव में लोग भी निभा रहे हैं. इसके तहत लोग जमीन पर लेट जाते हैं, फिर गायों के झुंड को लोगों के ऊपर से निकाला जाता है. इसमें लोगों को चोट भी आती है, लेकिन लोग इसे करते हैं. लोगों की मान्यता है कि ऐसा करने से मनोकामना पूरी हो जाती है. ये मंजर देखकर आम लोग भले ही दातों तले उंगली चबा लेते हों, लेकिन इन लोगों के लिए ये आम बात है.
सदियों से चली आ रही ये परंपरा
उज्जैन से 75 किलोमीटर दूर बड़नगर तहसील के भिडावद गांव में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. परंपरा के अनुसार मन्नत मांगने वाले सात लोगों को दीपावली के पांच दिन पहले ग्यारस से ही माता भवानी के मंदिर में रहना होता है. इस दौरान लोग उपवास भी करते हैं, फिर दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन को सातों लोगों को मंदिर में पूजा के बाद जूलूस के रूप में गांव में घुमाया जाता है. इसके बाद इन लोगों को जमीन पर लेटाया जाता है. फिर पूरे गांव की गायों के झुंड के रूप में इन लोगों के ऊपर से निकाला जाता है.
Video: दिवाली पर नाचने का अनोखा रिवाज, वीडियो देखकर हैरान हो जाएंगे आप