उज्जैन। कोविड टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से शुरू हुई थी. जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने में प्राथमिकता दी गई. दूसरा चरण एक मार्च से शुरू हुआ. इस दौरान 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को इसमें शामिल किया गया. अब एक मई से से 18+ वालों को भी वैक्सीन लगना शुरू हो गई है, लेकिन इस बिच अब वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने वालों को परेशानी का सामन करना पड़ रहा है. आप उज्जैन के ऋषि नगर में सरस्वती स्कुल में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर आए अलग-अलग मामले को समझिए, जहां पर एक घंटे के दौरान करीब 4 लोगों को बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटा दिया.
- किसी का रजिस्ट्रेशन गायब, तो किसी का टीके का दिन बदला
सुबह 9 बजे वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ लगाना शुरू हुई. लेकिन दूसरा डोज लगवाने आए लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामान करना पड़ा. जिसमे एक अप्रेल को लगवाए गए पहले डोज के लोगों के रजिस्ट्रेशन ही नहीं मिल पाया. नाम और मोबाइल नंबर से पहले डोज की जानकरी लेनी चाही, लेकिन तो कुछ नहीं मिला. वहीं कुछ लोगों ने एक अप्रेल को पहला डोज लगवाया, लेकिन सॉफ्टवेयर में उनका पहला डोज 10 अप्रेल को दिखा रहा था. इसके चलते उन्हें भी वैक्सीन सेंटर से लौटा दिया.
- ये है मामले, इनसे समझिए लापरवाही
मामला-1
ऋषि नगर निवासी एक महिला ज्योति दुबे ने एक अप्रैल को कोविशील्ड की वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन में नाम ही नहीं मिला. मैनुअल पेपर भी गायब हो गया. आज दूसरा टीका लगवाने का दिन था, लेकिन नहीं लग पाया, क्योंकि सॉफ्टवेयर को पहले डोज के दौरान आए एसएमएस के अंतिम चार अंक चाहिए या फिर वैक्सीन लगवाने वाले के मोबाईल नंबर. ज्योति दुबे का पूरा रिकॉर्ड गायब हो गया. जिसके बाद ज्योति ने पहले डोज के दौरान ली गयी फोटो दिखाई जिसके बाद कर्मचारियों ने माना, लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई.
मामला- 2
व्यास नगर निवासी रविंद्र शर्मा ने एक अप्रैल को कोविशील्ड का पहला डोज लगवाया था, लेकिन एसएमएस नहीं आया, तो शिकायत की, लेकिन कर्मचारियों ने कहा कुछ देर में आ जएगा. अब 42 दिन पुरे होने के बाद जब रविंद्र वैक्सीन लगवाने आए और सॉफ्टवेयर में देखा तो पहले डोज की तारीख 10 अप्रैल दिखा रहा है.